जिला परिषद् चुनाव: पूर्व सीएम हुड्डा के गढ़ में खिला कमल
- जेजेपी को मिला वाईस चेयरमैन का ताज, मगर प्रधान से मिले तीन वोट कम
- इनेलो के इकलौते पार्षद को वाईस चेयरमैन पद पर मिली केवल एक ही वोट
झज्जर (सच कहूँ/ संजय भाटिया)। बेशक झज्जर जिले के चारों विस क्षेत्र में विधायक पद पर कांग्रेस का कब्जा है लेकिन निकाय चुनाव के बाद भाजपा जिला परिषद् चुनाव में कांग्रेस को गच्चा देने में कामयाब रहीं। यहां जब जिला परिषद् के वाईस चेयरमैन पद पर जहां कांग्रेस औंधे मुंह गिरी,वहीं भाजपा प्रत्याशी कप्तान बिरधाना 13 वोट लेकर चेयरमैन पद पर अपना कब्जा जमाने में सफल रहे। 18 पार्षदों वाली जिला परिषद् में प्रधान पद पर कांग्रेस प्रत्याशी राजेन्द्र बाढ़सा को केवल पांच मत ही हासिल हुए।
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बुधवार को कोरम पूरा न होने के चलते चुनाव अधिकारी और जिला अतिरिक्त उपायुक्त सलोनी शर्मा ने चुनाव स्थगित कर दिया था और चुनाव के लिए गुरूवार की तारीख दी थी। वीरवार को पूरे दमखम के साथ भाजपा जिला परिषद् के चेयरमैन व वाईस चेयरमैन चुनाव में पूरे दमखम के साथ उतरी। हांलाकि कांग्रेस भी चुनाव में अपनी जीत होने के दावे कर रही थी। लेकिन जब चुनाव परिणाम सामने आया तो कांग्रेस प्रत्याशी के हिस्से केवल पांच मत ही आए।
बता दें कि झज्जर जिले को पूर्व सीएम चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा का गढ़ माना जाता है, लेकिन ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी का जिला परिषद् चुनाव में बुरी तरह हारना कांग्रेस की भविष्य की राजनीति के शुभ संकेत नहीं है। जिला परिषद् के वाईस चेयरमैन पद की चाबी जेजेपी के हिस्से आई है। यहां मास्टर राजीव दलाल को दस मत मिलने के बाद उन्हें वाईस चेयरमैन पद पर विजयी घोषित किया गया। इस पद पर इनेलो के जोगेन्द्र माछरौली और शोमप्रभा भी अपना भाग्य आजाम रही थी। लेकिन यहां जीत मास्टर राजीव दलाल के हिस्से आई। जिला परिषद् का चेयरमैन चुने जाने के बाद कप्तान सिंह बिरधाना ने अपनी जीत का श्रेय सभी जिला पार्षदों व आम जनता को दिए जाने के साथ-साथ भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ को दिया है। उन्होंने कहा है कि वह सभी को साथ लेकर चलेंगे और आमजनता के हित में काम करेंगे।
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