सभी मुस्लिम संगठनों ने इस बात पर गहरी नाराजगी जताई है
सहारनपुर (सच कहूँ न्यूज)। उत्तर प्रदेश के देवबंद में जमीयत उलमा हिंद समेत एक दर्जन से ज्यादा मुस्लिम संगठनों ने नागरिक संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन करने वाले छात्रों की मदद का ऐलान किया है। विख्यात इस्लामिक यूनिवर्सिटी दारूल उलूम देवबंद के कुलपति मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी और नायब मोहत्मिम अब्दुल खालिक मद्रासी ने शनिवार को कहा कि जमीयत के राष्ट्रीय सदर और दारूल उलूम के हदिस के प्रोफेसर मौलाना अरशद मदनी द्वारा सीएए के दौरान हुयी हिंसा के पीड़ित छात्रों की मदद का फैसला किया है।
कुलपति ने बताया कि सभी मुस्लिम संगठनों ने इस बात पर गहरी नाराजगी जताई है कि भाजपा शासित राज्यों में आंदोलनकारी छात्रों के साथ पुलिस ने सारी हदें पार करते हुए कानून और नियमों को ताक पर रखते हुए जो कार्रवाई की है उसकी सभी प्रतिनिधियों ने एक स्वर में आलोचना की। नोमानी ने बताया कि शुक्रवार को इस सिलसिले में दिल्ली में बैठक हुयी थी। इस बैठक में मौलाना मोहम्मद वली रहमानी, नायब मोहत्मिम अब्दुल खालिक मद्रासी, मौलाना असगर अली, इमाम मेंहदी सलफी, डा. मंजूर आलम, प्रोफेसर अख्तर उल वासे, सैयद कासिम रसूल इलियास, मौलाना शब्बीर नदवी, मौलाना अब्दुल अलिम फारूखी, मौलादा अशजद रशीदी, कारी समसुद्दीन, हलीमुल्ला कासमी समेत देशभर के पचास बड़े मुस्लिम विद्वान मौजूद रहे।
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