गांवों को जाने वाली कई सड़कें टूटी, घर तहस-नहस, पशुओं का चारा खराब
- घग्घर में आई बाढ़ ने 35 साल का रिकॉर्ड तोड़ा
- चांदपुरा से साधनवास रोड पर 100 फीट से अधिक का बना कटाव | Haryana Flood
फतेहाबाद/जाखल (सच कहूँ/तरसेम सिंह)। खंड जाखल में आई बाढ़ (Flood) से लोग अभी भी कई महीने उबर नहीं सकते हैं। घग्घर से बाढ़ का पानी भले ही कासिमपुर, पूरनमाजरा पूर्व दक्षिण, पश्चिम उतर दिशा की और चांदपुरा और सिधानी की तरफ आया है, रंगोई नाला टूटने से लखूवाली ढाणी, दीवाना इत्यादि गांवों में कहर मचाया हो। लेकिन दर्जनों गांवों में बाढ़ न भूलने वाले कई ऐसे निशान छोड़ गई है, जिसे आसानी से भूला नहीं जा सकता है। ग्रामीणों के अनुसार घग्घर में आई इस बाढ़ ने पिछले 35 का रिकॉर्ड तोड़ा है। बाढ़ के पानी ने जहां कई कच्चे घरों को तहस-नहस कर दिया। दर्जन भर लोगों के पक्के मकानों में आई बड़ी-बड़ी दरारों से लोगों को सड़क पर ला दिया है। Haryana Flood
वहीं कई प्रमुख मार्गों को बुरी तरह नष्ट कर दिया है। चांदपुरा बांध टूटने से से करीब 8 से 10 गांवों का सड़क से संपर्क टूट गया है। चांदपुरा से साधनवास रोड पर 100 फिट से अधिक कटाव को न प्रशासन ही भर पाया और ना लोगों ने हिम्मत दिखाई। चांदपुरा के पेट्रोल पंप के पास गांव सिधानी को डूबने से बचाने के लिए जेसीबी से सिधानी पंचायत ने सड़क तो काट दी लेकिन अब गड्ढे को भरने में आनाकानी कर रहे है। सड़क के इस कटाव से गुरदीप पूनिया की 4 एकड़ जमीन में बड़े-बड़े गड्डे बन गए है। सड़क का मलवा भी खेतों में फैल गया है। इसके अलावा अन्य सड़कों पर कई फुट के गड्ढे बन गए हैं।
किसानों के चेहरे भी मुरझाए | Haryana Flood
बाढ़ के पानी से सैकड़ों एकड़ खड़ी धान और मक्की की फसल, सब्जियां, मूंग की फसल व पशुओं का चारा पूरी तरह से नष्ट हो गया है। इससे किसानों के चेहरे मुरझाए हुए हैं। गांव चांदपुरा के किसान बंटी ग्रेवाल, तलवाड़ा के किसान जग्गी महल, सिधानी के किसान सतीश कुमार, अजय कुमार इत्यादि का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण आज उनका यह हाल है।
सैकड़ों मकानों में आई दरारें
घग्गर (Ghaggar Rive) और बरसात का इस बार ऐसा संगम रहा कि जाखल क्षेत्र में ही सैकड़ों लोग घर से बेघर हो गए। जाखल की नायक बस्ती के वार्ड न 10 निवासी सोमनाथ पुत्र बाबू लाल का बाढ़ के दौरान मकान गिरने से परिवार बाल-बाल बचा। मकान मालिक विकलांग होने के साथ गरीब भी है वह दिहाड़ी मजदूरी से परिवार का पालन पोषण कर रहा है। इसके अलावा चांदपुरा में मदी सिंह, काला सिंह, बंता सिंह, बिल्लू सिंह दर्जनों लोगों के मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कुल मिलाकर जाखल खंड के सैकड़ों मकान बाढ़ की चपेट में आ गए हैं किसी मकान की छत गिर गई तो किसी मकान का फर्श बैठ गया जिनमें अब रहना किसी खतरे से कम नहीं है। ऐसे परिवारो को जल्दी से जल्दी हरियाणा सरकार से मदद मिलनी चाहिए। Haryana Flood
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