ब्रिटिश काल में भारत की एक बड़ी रियासत रह चुका कपूरथला पंजाब राज्य का एक खूबसूरत शहर है, जिसकी शानदार वास्तुकला को देखते हुए इसे ‘पंजाब का पेरिस’ भी कहा जाता है। शहर में मौजूद प्राचीन संरचनाएं और गार्डन इंडो-सारसेन और फ्रेंच वास्तुकला के अनूठे उदाहरण हैं। इस शहर को बसाने(11शताब्दी) का श्रेय जैसलमेर के भाटी राजपूत वंश को जाता है। जिसके बाद यहां कई सालों तक अहलूवालिया राजवंश का शासन रहा। अपने ऐतिहासिक महत्व के कारण यह शहर राज्य के प्रसिद्ध पर्यटन गंतव्यों में गिना जाता है। इस लेख के माध्यम जानिए पर्यटन के लिहाज से यह शहर आपको किस प्रकार आनंदित कर सकता है।
कपूरथला भ्रमण की शुरूआत आप यहां के प्रसिद्ध ऐतिहासिक जगतजीत महल से कर सकते हैं। यह महल कभी कपूरथला के महाराज जगतजीत सिंह का निवास स्थान हुआ करता था। 1908 में बना यह विशाल महल अपने इंडो-सारसेन वास्तुकला के लिए जाना जाता है। वर्तमान में इस महल को कपूरथला के सैनिक स्कूल में परिवर्तित कर दिया गया है, जहां छात्रों को एनडीए के लिए तैयार किया जाता है। भारतीय इतिहास की बेहतर समझ के लिए आप यहां का भ्रमण कर सकते हैं। 1870 में काली बेईं के पास इस वेटलैंड का निर्माण सिंचाई के लिए किया गया था। कजली झील एक मानव निर्मित लेक है जो राज्य में एक लोकप्रिय पिकनिक स्पार्ट के रूप में जानी जाती है। वीकेंड के लिए यह एक खास पर्यटन गंतव्य है, जहां आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ आ सकते हैं।
एक प्रकृति प्रेमी और फोटोग्राफर के लिए यह स्थल किसी जन्नत से कम नहीं। एक शानदार अनुभव के लिए आप यहां का भ्रमण कर सकते हैं। मूरिश मस्जिद कपूरथला की ऐतिहासिक सरंचनाओं में आप यहां का प्रसिद्ध मूरिश मस्जिद देख सकते हैं। इस प्राचीन संरचना को बनाने की शुरूआत महाराजा जगतजीत सिंह बहादूर ने की थी जो 1930 में बनाकर तैयार की गई। यह मस्जिद उस समय का मुख्य धार्मिक स्थल माना जाता है, जहां जो एक धार्मिक सौहार्द को भी इंगित करता है। मस्जिद के अंदर आप शानदार चित्रकारी देख सकते हैं। इतिहास और कला प्रेमियों के लिए यह एक आदर्श स्थल है। खूबसूरत बगीचे के साथ यह प्राचीन सरंचना काफी खूबसूरत नजर आती है।
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