चेन्नई (एजेंसी)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ब्रिटेन स्थित वन वेब के 36 उपग्रहों (OneWeb Satellite) के प्रक्षेपण की तैयारी में जुटा है तथा इस काम के लिए इसरों अपने सबसे भारी रॉकेट जीएसएलवी-एमके3 का उपयोग करेगा और इसी महीने के तीसरे या चौथे सप्ताह में श्रीहरीकोटा के एसएचएआर से इन्हे प्रक्षेपित कर दिया जायेगा। इसरो ने गुरुवार को यहां जारी बयान में कहा कि यह भारतीय अंतरिक्ष एजेन्सी के लिए पूर्णरुप से व्यवसायिक उड़ान होगी। प्रक्षेपण के लिए तीन चरणों का एकीकृत जिसमें ठोस, तरल और क्रायोजेनिक इंजन द्वारा संचालित रॉकेट तैयार किया जा रहा है।
बयान में कहा गया है कि सतीश धवन अंतरिक्ष में दूसरे लॉन्च पैड पर दो सॉलिड स्ट्रैप-आॅन बूस्टर और एलवीएम 3 का तरल कोर एकीकृत स्टेज तैयार कर लिया गया है। शेष गतिविधियों के लिए सफलता-उन्मुख कार्यक्रम के आधार पर, इनका प्रक्षेपण अक्टूबर के तीसरे या चौथे सप्ताह में किया जा सकता है। द न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल), अंतरिक्ष विभाग के तहत एक सीपीएसई और इसरो की वाणिज्यिक शाखा ने दो प्रक्षेपण सेवा अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए हैं। वहीं इसरो के सबसे भारी प्रक्षेपण वाहन एलवीएम 3 से ब्रॉडबैंड संचार उपग्रह लॉन्च करने के लिए मैसर्स नेटवर्क एक्सेस एसोसिएटेड लिमिटेड (मैसर्स वनवेब), यूनाइटेड किंगडम और आॅन-बोर्ड वनवेब लियो के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किये गये है।
यह भी पढ़ें – जोधपुर में स्कूल शिक्षा के एक प्रशासनिक अधिकारी को 25 हजार की रिश्वत लेते किया गया गिरफ्तार
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।