Israel Gaza Attack: इजरायल ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी के जवाब में मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) का उपयोग करके वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी लड़ाकों के खिलाफ हमला किया है। इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने बुधवार को यह जानकारी दी। आईडीएफ ने टेलीग्राम पर लिखा ‘थोड़ी देर पहले, आईडीएफ और इजरायल सीमा पुलिस बलों ने जेनिन के क्षेत्र में वाडी ब्रुकिन में आतंकवाद विरोधी गतिविधियों का संचालन किया और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के संदेह में दो व्यक्तियों को पकड़ा। इसके अतिरिक्त, सेना ने सशस्त्र आतंकवादियों की ओर गोलीबारी की। जेनिन कैंप में आतंकवाद विरोधी गतिविधि के दौरान, सशस्त्र आतंकवादियों ने इजरायली सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की और विस्फोटक उपकरण फेंके। जवाब में एक आईडीएफ यूएवी ने आतंकवादियों पर हमला किया।
बयान में कहा गया है कि इजरायली सुरक्षा बलों के किसी घायल होने की सूचना नहीं है। उल्लेखनीय है कि फिलिस्तीनी समूह हमास द्वारा गत 07 अक्टूबर को गाजा पट्टी से इजरायल के खिलाफ अचानक बड़े पैमाने पर रॉकेट हमला करने और सीमा का उल्लंघन करने, पड़ोसी इजरायली समुदायों के लोगों की हत्या और अपहरण करने के बाद फिलिस्तीनियों और इजरायल के बीच तनाव बढ़ गया है। इजरायल ने जवाबी हमले शुरू किए और 20 लाख से अधिक लोगों के घर गाजा पट्टी की पूर्ण नाकाबंदी का आदेश दिया और पानी, भोजन और ईंधन की आपूर्ति काट दी। बाद में मानवीय सहायता वाले ट्रकों को गाजा पट्टी में प्रवेश की अनुमति देने के लिए नाकाबंदी में ढील दी गई। संघर्ष के बढ़ने से दोनों पक्षों के हजारों लोग मारे गए और घायल हुए।
फिलिस्तीन और इजरायल के बीच युद्ध में गाजा के करीब दो हजार बच्चे मारे गए
इजरायल-फिलिस्तीनी के बीच संघर्ष बढ़ने के बाद से गाजा पट्टी में कम से कम 2,000 बच्चे मारे गए हैं। मानवीय संगठन सेव द चिल्ड्रन ने सोमवार को यह जानकारी दी। संगठन ने एक बयान में कहा, ‘पिछले 17 दिनों में गाजा में कम से कम 2,000 बच्चे मारे गए हैं, लगातार हवाई हमलों के कारण गाजा पट्टी में हजारों इमारतें मलबे के ढेर में तब्दील हो गई हैं।’ बयान में कहा गया है कि वेस्ट बैंक में भी 27 बच्चे मारे गए।
सेव द चिल्ड्रन्स के फ़िलिस्तीन के निदेशक जेसन ली ने कहा ‘हम सभी पक्षों से बच्चों के जीवन की रक्षा के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान करते हैं, और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इन प्रयासों का समर्थन करने का आह्वान करते हैं। बच्चों को नुकसान से बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान की जानी चाहिए।’