नई दिल्ली। Nasa Warning: आज एक ऐसी खबर वायरल हो रही है जिससे सभी हैरत में पड़ गए है अगर ऐसा होगा तो बहुत बड़ी तबाही आ सकती है? (earth) जी हां! नासा ने कुछ वर्ष पहले अंतरिक्ष में तूफान की भविष्यवाणी की थी वह अब आ रहा है। जानकारी के अनुसार ऐसी भविष्यवाणियां कई लोगों, कुछ कैलेंडर और कभी-कभी किसी जानवर की ओर से की जाती हैं। लेकिन जहां कुछ लोग उन पर विश्वास करते हैं, वहीं कई लोग ऐसा नहीं करते हैं।
लेकिन अगर नासा कोई चेतावनी जारी करता है तो ज्यादातर लोग उस पर विश्वास कर लेते हैं। अंतरिक्ष में कई वर्षों के बाद नासा की चेतावनियाँ जारी की जाती हैं। इसलिए लोग उन्हें स्वीकार करते हैं। ताजा खबर यह है कि नासा ने जिस अंतरिक्ष तूफान की भविष्यवाणी कुछ साल पहले की थी, वह अब आ रहा है।
सौर चक्र क्या है? Nasa Warning
यह सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र से संचालित होता है और हर 11 साल में सूर्य का चुंबकीय क्षेत्र पलट जाता है और उत्तर दक्षिण में हो जाता है और इसके विपरीत। सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र में परिवर्तन सौर सतह पर गतिविधि की मात्रा को प्रभावित करता है। चुंबकीय क्षेत्र में बदलाव का सौर मंडल पर प्रभाव पड़ता है। शुक्र जैसे सुरक्षात्मक मैग्नेटोस्फीयर के बिना ग्रह पूर्ण प्रभाव महसूस करते हैं। पृथ्वी के चुंबकीय ध्रुव भी पलटते हैं, लेकिन उलटावों के बीच का अंतराल काफी लंबा होता है, जो नासा क्लाइमेट के अनुसार औसतन हर 300,000 साल में होता है। Space.com के अनुसार, आखिरी ध्रुव उलटाव लगभग 780,000 साल पहले हुआ था ।
ऊर्जा संरचना को नुकसान पहुंचेगा | Earth
रिपोर्ट के अनुसार, वैसे तो अंतरिक्ष में कई तूफान आते रहते हैं लेकिन इस बार जो तूफान आने वाला है उसके गंभीर परिणाम होंगे। इस तूफान का असर धरती पर भी पड़ेगा। इससे पृथ्वी पर बड़े पैमाने पर विनाश हो सकता है। जब सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र में हलचल होती है तो यह अंतरिक्ष में बहुत शक्तिशाली विकिरण छोड़ता है। इसे सौर अधिकतम कहते हैं। और यह पृथ्वी की ओर तेजी से बढ़ रहा है। अंतरिक्ष में आने वाले इस तूफान से पृथ्वी की ऊर्जा संरचना को नुकसान पहुंचेगा। कहा ये भी जा रहा है कि कई उपग्रह भी अंतरिक्ष से दुर्घटनाग्रस्त होकर पृथ्वी पर गिरेंगे।
कई प्राकृतिक आपदाएँ भी आ सकती हैं | Earth
अब तक मिले सबूतों के मुताबिक जब भी सौर तूफान आता है तो सूर्य में बहुत बड़ा विस्फोट होता है। जेम्स ने कहा कि इस बार तूफान जल्दी आने वाला है। वहीं यह भी नहीं कहा जा सकता कि यह कब तक जारी रहेगा। लेकिन पिछले तूफानों के मुताबिक यह डेढ़ साल पुराना बताया जा रहा है। इस तूफान के कारण पृथ्वी पर कई प्राकृतिक आपदाएँ भी आ सकती हैं। साथ ही कई तरह की परेशानियां भी देखने को मिलेंगी। अभी सिर्फ अटकलें लगाई जा रही हैं। तूफान आने पर असली नुकसान का पता चलेगा।
सौर गतिविधि पृथ्वी को कैसे प्रभावित कर सकती है?
बड़ी सौर ज्वालाएँ पृथ्वी पर रेडियो ब्लैकआउट तूफान का कारण बन सकती हैं। सौर तूफान अंतरिक्ष यात्रियों और पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले अंतरिक्ष यान को खतरे में डाल सकता है। सौर तूफान पृथ्वी के मैग्नेटोस्फीयर से टकरा सकता है और पृथ्वी पर विद्युत प्रणालियों में धाराएँ उत्पन्न कर सकता है। इस दौरान, पावर ग्रिड कमजोर होते हैं और बड़े ब्लैकआउट का कारण बन सकते हैं।