किसानों का 890 करोड़ दबाए बैठे आढ़ती, किसी को नोटिस नहीं
- विपक्ष के हंगामे के बाद भी खट्टर-दुष्यंता सरकार ने साधी चुपी
- 4 दिन में सिर्फ 2 किसानों को ही मिले मात्र 6 लाख रुपये
- 24 घण्टे के भीतर करनी होती है अदायगी
- 3 दिन तक पैसे रोकने वाले आढ़ती को निकलना है नोटिस
सच कहूँ/अश्वनी चावला चंडीगढ़। फसल खरीद के बावजूद किसानों को उनकी मेहनत का भुगतान न मिलने के चलते धरतीपुत्रों सहित विपक्ष लगातार सरकार पर हावी है। लेकिन इसके बावजूद मनोहर लाल खट्टर की सरकार चुप्पी साधे बैठी है। प्रदेश के किसानों का 889 करोड़ 35 लाख रुपये आढ़ती दबाए हुए बैठे हैं। लेकिन इन आढ़तियों के खिलाफ अभी तक एक भी नोटिस जारी नहीं हुआ है, जबकि पिछले एक सप्ताह से लगातार हरियाणा सरकार यह दावा कर रही है कि 3 दिनों तक अदायगी नहीं करने वाले आढ़तियों को न सिर्फ नोटिस जारी किया जाएगा, बल्कि उनसे ब्याज की रिकवरी करते हुए भी किसानों को ब्याज दिलवाया जाएगा। अभी तक इस मामले में कुछ भी नहीं हुआ है और इस विभाग का कार्यभार देख रहे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला कठोर कदम उठाने की बजाय सिर्फ बयानबाजी तक सीमित दिखाई दे रहे हैं।
जानकारी अनुसार कोरोना के चलते प्रदेश के किसानों को फसलें मंडी में ले जाने और बेचने में खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। ऐसे में प्रदेश सरकार की तरफ से वादा किया गया था कि कोविड-19 के चलते किसानों को इन समस्याओं से तो दो-चार होना पड़ेगा लेकिन फसल का भुगतान मिलने कोई दिक्कत नहीं होगी। लेकिन सरकार की इस कथनी और करनी में भारी अंतर देखने को मिल रहा है। क्योंकि पहले सरकार की तरफ से दो हजार करोड़ रुपये तक की अदायगी रोकी गई थी तो सरकार को देखते हुए आढ़तियों ने भी किसानों का पैसा दबाते हुए अपने बैंक अकाउंट में जमा करके रखना शुरू कर दिया। ऐसे में विपक्ष ने हंगामा शुरू किया तो सरकार ने भी कुछ चुस्ती दिखाते हुए पैंडिंग चल रहे दो हजार करोड़ रुपए में से 1000 करोड़ पर की तो अदायगी कर दी, लेकिन यह अदायगी आढ़तियों के माध्यम से किसानों तक नहीं पहुंच पाई है। जिस कारण हरियाणा का किसान अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है।
प्रदेश सरकार की तरफ से दावा किया गया कि जो भी आढ़ती किसानों को 24 घंटे के भीतर अदायगी नहीं करेंगे, उन्हें नोटिस जारी करते हुए उनसे ब्याज की भरपाई भी की जाएगी। ऐसे में सरकार ने 24 घंटे की सीमा तय न करते हुए इसे बढ़ाकर 3 दिन तय कर दिया। जो भी आढ़ती किसानों को 3 दिन के भीतर अदायगी नहीं करेगा, उसको नोटिस निकाला जाएगा। उपमुख्यमंत्री द्वारा यह ऐलान किए 15 दिन का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक एक भी आढ़ती को नोटिस जारी नहीं हुआ है। सरकार की तरफ से नोटिस जारी नहीं होने के चलते आढ़ती भी अदायगी करने में कोई गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। पिछले 4 दिनों में मात्र 6 लाख रुपये की ही अदायगी हुई है।
दुष्यंत चौटाला बयान दागने तक सीमित, नहीं हो रही कार्रवाई
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला किसानों की अदायगी को लेकर अभी तक सिर्फ बयान दागने तक ही सीमित नजर आ रहे हैं जबकि उनकी तरफ से किसी भी मामले में कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है। दुष्यंत चौटाला पिछले लगभग 20 दिन से यह दावा करते आ रहे हैं कि जिस भी आढ़ती की तरफ से किसानों को अदायगी करने में 3 दिन से ज्यादा की देरी की गई तो उस आढ़ती को नोटिस निकालते हुए न सिर्फ कार्रवाई की जाएगी, बल्कि उस से ब्याज भी वसूल कर किसानों को दिया जाएगा। परंतु अभी तक इस मामले में एक भी आढ़ती को अभी तक नोटिस जारी नहीं हुआ है। जिसके चलते किसानों को अपनी फसल की असल अदायगी नहीं मिल रही है जबकि ब्याज की तो दूर की बात है।
प्रदेशर सरकार पर 1091 करोड़ रुपये बकाया
प्रदेश के आढ़तियों की तरफ ही नहीं बल्कि किसानों का पैसा सरकार की तरफ भी पिछले 1 महीने से लगातार पैंडिंग चलता आ रहा है। ऐसे में आढ़ती और सरकार मिलकर इस पैसे से ब्याज कमा रहे हैं। जबकि नुकसान सीधे तौर पर किसान का हो रहा है, जहां एक तरफ आढ़तियों ने किसानों का 889 करोड़ 35 लाख रुपये रोक रखा है। वहीं प्रदेश सरकार की तरफ भी 1091 करोड़ 12 लाख रुपये बकाया चल रहा है।
डाटा इकट्ठा किया जा रहा है, जल्द जारी होंगे नोटिस : पीके दास
खाद्य एव आपूर्ति विभाग के एडिशन चीफ सेक्रेटरी पी.के. दास ने बताया कि इस मामले में अधिकारियों को आदेश जारी किए जा चुके हैं और जिन आढ़तियों की तरफ से 3 दिन से ज्यादा समय तक अदायगी नहीं की गई है, उन आढ़तियों का डाटा इकट्ठा किया जा रहा है और यह डाटा तैयार होने के पश्चात जल्द ही नोटिस भेजने की प्रक्रिया को भी शुरू कर दिया जाएगा। दास ने बताया कि रिकॉर्ड के अनुसार यह पता चल जाएगा कि किस आढ़ती ने कितने दिनों में अदायगी की है। इसलिए जिन्होंने भी लेट अदायगी की है, उन्हें हर हालत में जल्द ही नोटिस जारी होंगे।
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