अमेरिकी बुनियादी ढाँचे पर हानिकारक प्रभावों वाले साइबर हमले करने में सक्षम है। (Hackers )
मॉस्को (एजेंसी)। ईरान के हैकरों के समूह ‘ईरान साइबर सिक्योरिटी ग्रुप’ ने अमेरिका में फेडरल डिपॉजिटरी लाइब्रेरी प्रोग्राम द्वारा संचालित एक सरकारी वेबसाइट में कथित सेंध लगाई है। बीएनओ न्यूज आउटलेट ने बताया कि कथित ईरानी हैकरों ने चेतावनी दी है कि अमेरिकी सरकार की वेबसाइट पर हमला ईरान की साइबर क्षमता का ‘छोटा हिस्सा’ भर है। आउटलेट ने वेबसाइट पर नजर आ रहा एक बैनर भी प्रकाशित किया, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को चेहरे पर मारा जा रहा है और ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमनेई की तस्वीर है। बैनर पर लिखा हुआ है, ‘हम इस क्षेत्र में अपने दोस्तों का समर्थन करना बंद नहीं करेंगे।
- फिलिस्तीन के दबे-कुचले लोग।
- यमन के दमित लोग।
- सीरिया के लोग और वहां की सरकार।
- इराक की जनता और सरकार।
- बहरीन के दबे-कुचले लोग ।
- लेबनान और फिलीस्तीन के सच्चे मुजाहिदीनों को हम हमेशा समर्थ देते रहेंगे।’
अमेरिका के गृह सुरक्षा विभाग ने कहा कि वह ईरान से किसी भी संभावित खतरे की निगरानी कर रहा है। विभाग के राष्ट्रीय आतंकवाद परामर्श प्रणाली बुलेटिन ने कहा कि ईरान महत्वपूर्ण अमेरिकी बुनियादी ढाँचे पर हानिकारक प्रभावों वाले साइबर हमले करने में सक्षम है। गौरतलब है कि अमेरिका ने बगदाद में शुक्रवार को ईरान इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स की सेना के कमांडर मेजर नजरल कासिम सुलेमानी को मार दिया और ईरान ने इस हत्या का बदला लेने का संकल्प लिया है।
नाटो ने इराक में प्रशिक्षण कार्य रोका
ओटावा (एजेंसी)। कनाडा के नेतृत्व वाले नार्थ एटलांटिक ट्रीटी संस्था (नाटो) ने इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर के कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी के अमेरिकी हवाई हमले में मौत के बाद इराक में अपने प्रशिक्षण कार्य पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी। कनाडाई सरकार एक वरिष्ठ अधिकारी ने प्रशिक्षण कार्य को लेकर अस्थायी निलंबन पर यह जानकारी दी है। नाटो के प्रशिक्षण कार्य पर रोक से हालांकि अमेरिका के नेतृत्व वाले संचालन पर कोई असर नहीं पड़ेगा, जिसमें कनाडा के 600 सैनिक इराक, कुवैत, जोर्डन में बतौर प्रशिक्षक और सलाहकार के रूप में काम कर रहे हैं।
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