नई दिल्ली (सच कहूँ डेस्क)। ईरान (Iran) में एक ऐसी घटना घटी है जिससे (Hijab law) आप आश्चर्यचकित रह जाएंगे। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो ईरान में हिजाब न पहनने पर पुलिस द्वारा हिरासत में ली गई युवती की कथित रूप से पिटाई के बाद मौत हो गई है। जिसके बाद ईरान के लोगों में काफी रोष देखने को मिल रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, 22 वर्षीय महसा अमिनी (Mahsa Amini) अपने परिवार के साथ तेहरान की यात्रा पर गई थी, जब उन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया।
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पुलिस का कहना है कि महसा अमिनी को कथित रूप से पर्याप्त ढंग से शरीर को नहीं ढकने के आरोप में गिरफ्तार किया था, कहा गया कि उनके सिर के बाल नहीं ढके थे। फिर इरानी नेशनल टेलीविजन ने बताया कि दुर्भाग्य से उसकी मौत हो गई और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं मामले को लेकर वहां के राष्टÑपति इब्राहिम रायसी ने आंतरिक मंत्री को मामले की जांच शुरू करने के आदेश दे दिए है।
जानिये, क्या है हिजाब कानून | Mahsa Amini
- यह कानून वर्ष 1979 में अनिवार्य कर दिया था।
- ईरान में महिलाओं को अपना सिर हर हाल में कवर करना होता है।
- किसी भी सूरत में बालों को कवर किए बिना सार्वजनिक स्थल पर नहीं जा सकती महिला।
- ईरान में ये प्रतिबंध एक प्रशासन से अलग प्रशासन तक अलग-अलग नजर आते हैं।
- मशाद और कूम प्रांत की महिलाओं पर सख्ती से नजर रखी जाती हैं।
हिजाब कानून के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ईरान में इन दिनों हिजाब कानून के विरोध में महिलाएं सड़कों पर है। ईरान के राष्टÑपति इब्राहिम रईसी जो एक मौलाना हैं व जिन्हें देश के हर रूढ़ीवादी वर्ग का समर्थन हासिल है। विरोध प्रदर्शनों के चलते ईरान पुलिस लगातार गिरफ्तारी कर रही है।
- अमिनी की गिरफ्तारी के कुछ घंटों के बाद ही कोमा में चली गई थी।
- जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां पर उसकी मौत हो गई।
- परिवार के अनुसार महसा को कोई बीमारी नहीं थी। उसका स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक था।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा मामले की हो जांच | Mahsa Amini
- एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा कि तेहरान में अमिनी की मौत की जांच होनी चाहिए।
- पुलिस अपमानजनक और भेदभावपूर्ण जबरन हिजाब कानूनों को लागू करते हुए उसकी मौत से तीन दिन पहले उसे मनमाने ढंग से गिरफ्तार किया था।
- सभी जिम्मेदार अधिकारियों को न्याय का सामना करना चाहिए।
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