बेंगलुरू (एजेंसी)। आईपीएस अधिकारी डी रूपा ने ट्विटर पर भाजपा नेता बेलूर राघवेंद्र शेट्टी को उनके खिलाफ अदालत द्वारा जारी वारंट के बावजूद गिरफ्तार न करने के कारण कर्नाटक पुलिस की निष्क्रियता की आलोचना की है। उन्होंने शुक्रवार को ट्विटर पर अरेस्ट वारंट के कागजात को संलग्न करते हुए बेंगलुरू के पुलिस आयुक्त प्रताप रेड्डी को दिए अपने संदेश में कहा, ‘सर, बेलूर राघवेंद्र शेट्टी के खिलाफ साल 2019 में कोर्ट द्वारा अरेस्ट वारंट जारी किया गया, लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस कोर्ट को बता रही है कि वह फरार है जबकि वह कल तक निगम के अध्यक्ष थे। कृपया इस मामले पर गौर फरमाएं।’ उन्होंने हेरफेर करने के संबंध में शेट्टी के खिलाफ छह पन्नों की शिकायत भी संलग्न की। एक अन्य ट्वीट में आईपीएस रूपा ने कहा कि वारंट के बाद भी गिरफ्तार न किए जाने से पुलिस भी भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 166, 166 ए, 166 बी के तहत दंडनीय है।
Deriliction by cops in not executing warrant of arrest is punishable in section 166,166A,166B IPC. That too when a person held a public position as chairman,cops telling Court tht he is absconding. Complainant is senior citizen aged 65,still harassed by accused Raghavendra shetty https://t.co/3WA86HsBVj
— D Roopa IPS (@D_Roopa_IPS) July 15, 2022
क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि सुश्री रूपा वर्तमान में कर्नाटक हस्तशिल्प विकास निगम की प्रबंध निदेशक हैं और शेट्टी को भाजपा सरकार ने इसका अध्यक्ष नियुक्त किया था। उन पर आईपीएस अधिकारी के आरोप हैं कि अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के बाद से उन्होंने बिना पैसे दिए निगम के शोरूम से कलाकृतियां ली हैं। इससे पहले एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें एक बैठक के दौरान शेट्टी को खुद को जान से मारने की धमकी देते हुए और रूपा को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते देखा गया था। रूपा ने मुख्य सचिव से उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने को कहा था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि शेट्टी ने उन पर तेजाब फेंकने की भी धमकी दी थी।
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