मुंबई। बीते सप्ताह घरेलू शेयर बाजारों में ढाई प्रतिशत की तेजी के बाद आने वाले सप्ताह में निवेशकों की नजर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की पहली तिमाही के आँकड़ों पर रहेगी। आर्थिक गतिविधियों के गति पकड़ने से उत्साहित निवेशकों की लिवाली से गत सप्ताह बाजार में लगातार दूसरी साप्ताहिक तेजी दर्ज की गई। बीएसई का सेंसेक्स 1,032.59 अंक यानी 2.69 प्रतिशत की छलाँग लगाकर छह महीने के उच्चतम स्तर 39,467.31 अंक पर पहुँच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 276 अंक अर्थात 2.43 फीसदी की बढ़त में सप्ताहांत पर 11,647.60 अंक पर बंद हुआ। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून 2020 के जीडीपी के आँकड़े सोमवार को जारी होने हैं। पूर्णबंदी का सबसे अधिक असर इसी तिमाही पर रहा है।
यह भी पढ़ें- विदेशी मुद्रा भंडार 2.30 अरब डॉलर बढ़ा
तिमाही के दौरान आर्थिक मंदी की बात तो तय है, निवेशकों और आर्थिक विश्लेषकों की रुचि इस बात में होगी कि यह मंदी कितनी बड़ी रही है। इससे वे इस बात का पूर्वानुमान लगाने का प्रयास करेंगे कि पूरे वित्त वर्ष के दौरान कोविड-19 महामारी का अर्थव्यवस्था पर कितना असर होगा। आलोच्य सप्ताह के दौरान मझौली और छोटी कंपनियों में भी निवेशक लिवाल रहे। बीएसई का मिडकैप 1.90 फीसदी बढ़कर सप्ताहांत पर 15,238.14 अंक पर और स्मॉलकैप 2.50 फीसदी की मजबूती के साथ 14,990.55 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स और निफ्टी के साथ ही मिडकैप का सूचकांक भी सप्ताह के सभी पाँच कार्यदिवसों पर हरे निशान में बंद हुआ जबकि स्मॉलकैप में शुक्रवार को गिरावट रही। जीडीपी के आँकड़ों के साथी ही अगले सप्ताह विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के मार्किट इकोनॉमिक्स के आँकड़े भी आने हैं। इनके अलावा वाहनों की बिक्री के आँकड़े भी इस सप्ताह जारी होने हैं। ये सभी कारक अगले सप्ताह शेयर बाजार की दिशा तय करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।