सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। नशे की दलदल में फंसे युवाओं को अब नशा ने काल बनकर निगलना शुरू कर दिया है। युवा हेरोइन के इंजेक्शन खुद ही लगा रहे हैं और नशे की ओवरडोज के कारण उनकी मौत हो रही है। सरसा जिले में पिछले एक सप्ताह में तीन नशा पीड़ितों की मौत हो चुकी है।
एक आंकड़े के मुताबिक पिछले डेढ़ साल में नशे के कारण 33 युवा नशे के कारण अपनी जान से हाथ धो बैठे है। नशा मुक्ति केंद्रों में नशा पीड़ितों की तादाद लगातार बढ़ रही है। सरसा जिले में रोजाना हेरोइन तस्कर पकड़े जा रहे हैं। इसके बावजूद तस्करी पर लगाम नहीं लग रही है और हेरोइन तस्करों ने छोटे छोटे गांवों में पकड़ बना ली है।
नशा प्रभावित क्षेत्रों में सरसा शामिल
नशे के कारण सरसा की स्थिति भयावह होती जा रही है। देश के सर्वाधिक नशा प्रभावित क्षेत्रों में सरसा भी शामिल है तथा यहां नशा रोकने के लिए केंद्र व राज्य सरकार काम कर रही है। पुलिस व स्वास्थ्य विभाग नशे को लेकर जागरूकता अभियान चला रहे हैं। इसके बावजूद नशा रूकने का नाम नहीं ले रहा है। युवा पीढ़ी नशे की चपेट में आ रही है।
गोलियों को पिस कर ले रहे हैं इंजेक्शन
नागरिक अस्पताल में नशा पीड़ितों के इलाज के लिए विशेष टेबलेट्स दी जाती है। इन टेबलेट्स को पीड़ित को अस्पताल स्टाफ के सामने लेना होता है। परंतु नशा पीड़ित स्टाफ को चकमा देकर उन टेबलेट्स को पिस कर सीरिंज से इंजेक्शन लगाते हैं। इसके साथ ही डबवाली क्षेत्र के गांव देसूजोधा में पुलिस जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि तस्कर अब हेरोइन को इंजेक्शन में भर कर तस्करी कर रहे हैं।
पुलिस कर रही है तस्करों पर मामला दर्ज
सरसा में नशे की ओवरडोज से पीड़ितों की मौत के मामले में पुलिस मृतक के स्वजनों के बयान पर तस्करों के खिलाफ 304 के तहत मामला दर्ज कर रही है। दो दिन पहले रानियां के वार्ड नं. सात में नशे की ओवरडोज से हुई वीर सिंह नामक युवक की मौत के मामले में दो महिलाओं सहित 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
वहीं डबवाली के लोहगढ़ में नशे की ओवरडोज से राजस्थान के गांव ढाबा निवासी अभय की मौत मामले में मृतक के भाई की शिकायत पर डबवाली सदर थाना पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
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