न्यूयार्क (एजेंसी)। International Yoga Day 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से योग एक वैश्विक आंदोलन बन गया है। अमेरिका की यात्रा पर गए मोदी ने बुधवार को नौवें अंतर्राष्ट्रीय योग पर अपने एक वीडियो संदेश में देशवासियों को ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस बार विभिन्न दायित्वों की वजह से वह अमेरिका में हैं। उन्होंने कहा कि वह भारतीय समयानुसार आज शाम शेड पांच बजे बजे संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित योग दिवस समारोह में शामिल होंगे।
180 से ज्यादा देशों का एक साथ आना, ऐतिहासिक | International Yoga Day
मोदी ने कहा कि भारत के आह्वान पर दुनिया के 180 से ज्यादा देशों का एक साथ आना, ऐतिहासिक और अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा, ‘आप सबको याद होगा, 2014 में जब यूएन जनरल एसम्ब्ली में योग दिवस का प्रस्ताव आया, तो रिकॉर्ड देशों ने इसे समर्थन दिया था। तब से लेकर आज तक, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के जरिए योग एक वैश्विक आंदोलन बन गया है, ग्लोबल स्पिरिट बन गया है।
मोदी ने कहा कि इस साल योग दिवस के कार्यक्रमों को ‘ओसियन रिंग आॅफ योग’ ने और विशेष बना दिया है। यह योग के विचार और समुद्र के विस्तार के पारस्परिक संबंध पर आधारित है। सेना के जवानों ने भी हमारे जलस्रोतों के साथ एक ‘योग भारतमाला और योग सागरमाला’ बनाई है। इसी तरह, आर्कटिक से लेकर अंटार्कटिका तक भारत के दो रिसर्च बेस यानि पृथ्वी के दो ध्रुव भी योग से जुड़ रहे हैं। योग के इस अनूठे समारोह में देश-दुनिया के करोड़ों लोगों का इतने सहज स्वरूप में शामिल होना, योग के प्रसार और प्रसिद्धि को उसके महात्म्य को उजागर करता है। International Yoga Day
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— Narendra Modi (@narendramodi) June 21, 2023
प्रधानमंत्री ने कहा कि योग के लिए कहा गया है- ‘योग: कर्मसु कौशलम्’। यानी, कर्म में कुशलता ही योग है। आजादी के अमृतकाल में ये मंत्र हम सभी के लिए बहुत अहम है।जब हम अपने कर्तव्यों के लिए समर्पित हो जाते हैं, तो हम योग की सिद्धि तक पहुँच जाते हैं। योग के जरिए हम निष्काम कर्म को जानते हैं, हम कर्म से कर्मयोग तक की यात्रा तय करते हैं। मुझे विश्वास है, योग से हम अपने स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाएँगे, और इन संकल्पों को भी आत्मसात करेंगे। हमारा शारीरिक सामर्थ्य, हमारा मानसिक विस्तार, हमारी चेतना शक्ति, हमारी सामूहिक ऊर्जा विकसित भारत का आधार बनेंगे।
योग शून्य बजट वाला स्वास्थ्य बीमा, भारत के प्रयासों से बना वैश्विक पर्व : उपराष्ट्रपति | International Yoga Day
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज कहा कि योग शून्य बजट वाला स्वास्थ्य बीमा है और भारत के प्रयासों से ये एक वैश्विक पर्व बन गया है, जो हर देश में मनाया जा रहा है। धनखड़ मध्यप्रदेश के जबलपुर के गैरिसन ग्राउंड में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, केंद्रीय मंत्री सबार्नंद सोनोवाल, प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि अंतराष्ट्रीय योग दिवस विश्व-बंधुत्व के संदेश का दिवस है। इस वर्ष की थीम ‘वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग’ हमारी साझी आकांक्षाओं और संस्कृतिक चेतना का प्रतीक है। यह इस साल भारत की मेजबानी में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन की विषयवस्तु के भी पूर्णत: अनुकूल है। International Yoga Day
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा इतने अधिक वोटों से और कम से कम समय में योग को अंतर्राष्ट्रीय रूप में स्वीकृति देना भारतीय नेतृत्व की दूरदृष्टि की स्वीकृति है। भारत के प्रयासों से योग अब एक वैश्विक पर्व बन गया है। आज देश के हर कोने में और दुनिया के हर देश में यह पर्व मनाया जा रहा है। धनखड़ ने कहा कि योग किसी व्यक्ति मात्र के लिए नहीं, संपूर्ण मानवता के लिए है। योग ने आर्थिक स्वरूप भी ले लिया है, जो अर्थव्यवस्था को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। हमारे प्रशिक्षित योग टीचर दुनिया में कार्यरत है और योग से जुड़े शिक्षकों की मांग बढ़ रही है। योग मन, शरीर और आत्मा को शुद्ध बनाता है। ये शून्य बजट वाला स्वास्थ्य बीमा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि ‘हींग लगे ना फिटकरी और रंग भी चोखो आए’, ये ही योग का मंत्र है।