चंडीगढ़ (एमके शायना) आज हर जगह ‘अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस’ (International Day of Peace) मनाया जा रहा है। डेरा सच्चा सौदा हमेशा से ही विश्व शांति में विश्वास रखता है। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां हमेशा से ही सृष्टि के भले के लिए दुआएं करते हैं और साध संगत सृष्टि के भले के लिए, विश्व की शांति के लिए लगातार सिमरन करती रहती है। आज विश्व शांति दिवस पर बहन हनीप्रीत इन्सां ने ट्वीट कर लोगों को जातिवाद और अन्य भेदभाव खत्म करके शांतिपूर्ण दुनिया की नींव रखने के लिए कहा। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, शून्य घृणा और समान विकास के अवसरों के साथ एक शांतिपूर्ण दुनिया की नींव रखने के लिए, हम सभी को एक साथ जातिवाद, लिंग या अन्य स्टीरियोटाइप-आधारित भेदभाव खत्म करने की आवश्यकता है। आइए प्रत्येक दिन शांति और समानता को बढ़ावा दें और एक सामंजस्यपूर्ण दुनिया की ओर बढ़ें! #InternationalDayOfPeace
https://twitter.com/insan_honey/status/1572455580023001089
जानें क्या है इतिहास, क्यों मनाया जाता है विश्व शांति दिवस-
हर वर्ष 21 सितंबर का दिन दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस के तौर पर मनाया जाता है। दुनिया के तमाम देशों और लोगों के बीच शांति के आदर्शों को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 1981 से इस दिवस की शुरुआत की इसके बाद पहली बार इसे 1982 के सितंबर माह के तीसरे मंगलवार को मनाया गया था। 1982 से लेकर साल 2000 तक अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस को नंबर माह के तीसरे मंगलवार को मनाया गया। दो दशक बाद 2001 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक राय से इस दिन को अहिंसा और युद्ध विराम का दिन घोषित किया। इसके बाद अभी तक हर साल 21 सितंबर के दिन अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र शांति घंटी बजा कर की जाती है।
यह घंटी अफ्रीका को छोड़कर सभी महाद्वीपों के बच्चों द्वारा दान किए गए सिक्कों से बनाई गई है। जिसे जपान के यूनाइटेड नेशनल एसोसिएशन ने उपहार में दिया था। यह घंटी युद्ध में मानव जीवन की कीमत की याद दिलाती है। इसके साइड में लिखा है विश्व में शांति हमेशा बनी रहे। इस साल की थीम संयुक्त राष्ट्र ने हर साल की तरह इस साल भी अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस मनाए जाने के लिए थीम जारी की है। इस साल की थीम “एंड रेसिजम बिल्ड पीस” । यानी जातिवाद को खत्म करें शांति को प्रोत्साहित करें। संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि सही मायने में शांति का मतलब सिर्फ हिंसा ना होना ही नहीं बल्कि ऐसे समाज का निर्माण करना भी है यहां सभी लोगों को लगे कि वह फल फूल रह सकते हैं, आगे बढ़ सकते हैं। एक ऐसी दुनिया का निर्माण करना है यहां सभी के साथ उनकी जातिवाद, लिंग का भेदभाव किए बिना समान व्यवहार किया जाए।
आपको बता दें कि डेरा सच्चा सौदा हमेशा से ही विश्व शांति चाहता है। और पूज्य गुरु संत डॉक्टर गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां हमेशा से ही मानव जाति की भलाई के लिए मानवता भलाई के कार्य करते और करवाते रहते हैं। ज्ञात रहे कि जब यूक्रेन और रूस का युद्ध हुआ था तब भी पूज्य गुरु जी ने चिट्ठियों के माध्यम से विश्व शांति की दुआएं की और डेरा सच्चा सौदा की साध संगत ने विश्व की शांति के लिए लगातार सिमरन किया।
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