नई दिल्ली। सरकार ने त्यौहारी सीजन को देखते हुए देश में सार्वजनिक क्षेत्र की 2800 से ज्यादा बड़ी कंपनियों को छोटे उद्योगों का बकाया चुकाने के निर्देश दिए हैं और कहा है कि पिछले पांच महीनों को छोटे कारोबारियों को 13 हजार 400 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को यहां बताया कि बड़ी कंपनियों को छोटे उद्योगों की बकाया रकम का भुगतान करने के लिए पत्र लिखा गया है। पत्र में कहा गया है कि छोटे उद्योगों से संबंधित एमएसएमई विकास कानून 2006 के कानूनी प्रावधानों के अनुसार छोटे उद्योगों को 45 दिनों के अंदर ही भुगतान किया जाना जरुरी है।
पिछले पांच महीनों में छोटे उद्योगों को सर्वाधिक भुगतान सितंबर 2020 में मिला है
इसी के अनुरूप नियमों के तहत उद्योगों को एक अर्द्धवार्षिक रिटर्न भी जमा करना होगा, जिसमें बकाए के बारे में जानकारी होगी। मंत्रालय ने इस संबंध में ध्यान देने और जरूरी कार्रवाई करने को कहा है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय ने 2800 से ज्यादा सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों को पत्र भेजकर उनसे छोटे उद्योगों के बकाए का भुगतान करने के लिए कहा है। पिछले महीने मंत्रालय ने 500 शीर्ष कंपनियों को बकाए के भुगतान के लिए पत्र भेजा था। पिछले पांच महीनों में छोटे उद्योगों को सर्वाधिक भुगतान सितंबर 2020 में मिला है। इस अवधि में सितंबर महीने तक खरीद और कारोबार भी सर्वाधिक हुआ। पिछले पांच महीनों में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्रों के उपक्रमों ने ही 13,400 करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान किया। इसमें से 3700 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान मात्र सितंबर महीने में किया गया।
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