आम आदमी क्लीनिकों पर पांच साल तक के बच्चों की आधार नामांकन करने के निर्देश

Aadhaar-card
मुख्य सचिव विजय कुमार जंजूआ ने निर्देश जारी कर आम आदमी क्लीनिकों में पाँच साल तक के बच्चों की आधार कार्ड दर्ज करने के लिए कहा है।

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। मुख्य सचिव विजय कुमार जंजूआ ने बुधवार को निर्देश जारी कर आम आदमी क्लीनिकों में पाँच साल तक के बच्चों की आधार कार्ड दर्ज करने के लिए कहा है। Chandigarh News

जंजूआ ने आज यहाँ आधार कार्ड प्रोजेक्ट के अधीन अलग-अलग गतिविधियों की प्रगति का जायजा लेने के लिए बुलाई यू.आई.डी. कार्यान्वयन कमेटी की बैठक में कहा कि पंजाब आधार कवरेज में देश में पाँचवें स्थान पर है। अब ध्यान बच्चों के आधार बनाने पर केंद्रित है जहाँ कवरेज केवल 44 फीसदी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से राज्य निवासियों को बेहतर सेहत सहूलियत देने के लिए 580 आम आदमी क्लीनिक खोले गए हैं जिनमें बड़ी संख्या लोग अपना इलाज करवा रहे हैं। क्लीनिक आने वाले मरीजों की बड़ी संख्या को देखते हुए अब बच्चों की आधार नामांकन बढ़ाने के लिए यहाँ भी आधार दर्ज करवाने की सुविधा देने का फैसला किया है। Chandigarh News

मुख्य सचिव ने स्कूल शिक्षा और सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग को भी निर्देश दिए कि आंगणवाड़ी और स्कूलों में आ रहे बच्चों के आधार बनाने के काम में तेजी लाई जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरुक किया जाए कि आधार कार्ड में मोबाइल नंबर, घर का पता आदि अपडेट किया जाए।

खाद्य एवं नागिरक आपूर्ति विभाग के सचिव गुरकीरत किरपाल सिंह ने कमेटी को विस्तार में आधार प्रोजेक्ट की वकालत दी। उन्होंने बताया कि केवल 5-7 और 15-17 साल के बच्चों के लाजिमी बायोमैट्रिक अपडेट की सुविधा मुफ़्त है। इसलिए रजिस्ट्रार यू.आई.डी. पंजाब की तरफ से इस उम्र के बच्चों के बायोमैट्रिक अपडेट शत-प्रतिशत करवाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। यू.आई.डी.ए.आई. क्षेत्रीय दफ़्तर चंडीगढ़ की उप महानिदेशक भावना गर्ग ने बताया कि व्यस्क आबादी पहले ही आधार में कवर की हो चुकी है। मुख्य ध्यान बच्चों पर केंद्रित करने की जरुरत है। उन्होंने बताया कि 14 सितम्बर, 2023 तक कोई भी नागरिक, जिसने पिछले दस साल के दौरान अपना आधार कभी अपडेट नहीं करवाया, वह आधार में आॅनलाइन डाक्यूमेंट अद्यतन मुफ़्त में कर सकता है। Chandigarh News

यह भी पढ़ें:– 3डी सरकार पर अमित शाह को पूर्व मुख्य मंत्री भूपेंद्र हुड्डा का जवाब