चेन्नई। भारत का चार हजार 180 किलोग्राम वजनी जीसैट-24 संचार उपग्रह 24 केयू यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ईएसए) एरियन रॉकेट द्वारा बुधवार को फ्रेंच गुयाना के कोरू से प्रक्षेपित किया जाएगा। ईएसए एरियनस्पेस ने कहा कि यह उपग्रह भारतभर में डीटीएच प्रसाण की सभी जरूरतों को पूरा करेगा। ईएसए ने कहा कि कल सुबह होने वाली एरियन वी वीए 257 की उड़ान से इस उपग्रह के साथ मेलेशिया का संचार उपग्रह एमइएएसएटी-3डी भी प्रक्षेपित किया जायेगा।
वर्ष के पहले एरियन पांच के साथ एरियनस्पेस का 2022 का दूसरा प्रक्षेपण होगा।यह अपने साथ ले जा रहे उपग्रहों को उनकी निर्धारित कक्षा में स्थापित करेगा। यह रॉकेट अपने साथ कुल दस हजार 863 किलोग्राम वजन को लेकर जा रहा है। अंतरिक्ष मिशन सुधारों के बाद पहले मांग के अनुरुप चलने वाले मिशन के तहत अंतरिक्ष विभाग (डीओएस) के तहत आने वाले उपक्रम न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआइएल) ने जीएसएटी 24 मिशन को लिया है।
एनएसआईएल ने डीटीएच सेवाओं में अग्रणी मैसर्स टाटा प्ले को संपूर्ण उपग्रह क्षमता पट्टे पर दी है। इस उपग्रह की बदौलत टाटा प्ले अपने ग्राहकों को बेहतर और विश्वसनीय सेवाएं देने में सक्षम होगा। इसरो द्वारा एनएसआईएल के लिए निर्मित जीसैट-24 एक केयू-बैंड 4-टन वर्ग का संचार उपग्रह है।यह उपग्रह उच्च गुणवत्ता वाला टेलीविजन, दूरसंचार और प्रसारण सेवाएं प्रदान करेगा साथ ही भारतीय ग्राहकों की डीटीएच जरूरतों को भी पूरा करेगा। एरियनस्पेस द्वारा प्रक्षेपित किया जाने वाला 25 वां भारतीय उपग्रह और जीसैट श्रृंखला का 11वां उपग्रह है और यह अंतरिक्ष में 15 साल काम करेगा। प्रक्षेपण के मामले में इसरो और एरियनस्पेस के बीच 1981 से संबंध है।
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