शनिवार को भी भारतीय वायु सेना (IAF) का C-130J विमान ने काबुल से 85 भारतीयों को निकाला। एएनआई ने घटनाक्रम से परिचित लोगों का हवाला देते हुए बताया कि आईएएफ विमान ताजिकिस्तान में ईंधन भरने के लिए उतरा क्योंकि भारत सरकार के अधिकारी काबुल से भारत के नागरिकों को निकालने में मदद कर रहे हैं।
An Indian Air Force C-130J transport aircraft took off from Kabul with over 85 Indians. The aircraft landed in Tajikistan for refuelling. Indian government officials are helping in evacuation of Indian citizens on the ground in Kabul: Sources
— ANI (@ANI) August 21, 2021
अफगानिस्तान में तालिबान कब्जे के बाद काबुल एयरपोर्ट पर पिछले 6 दिनों से अफरा-तफरी मची हुई है। वहीं सभी देशों ने अपने-अपने नागरिकों को वहां से निकाल रहे हैं। इस बीच भारतीय वायुसेना शुक्रवार देर रात भी उड़ान नहीं भर सका था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारतीय वायुसेना आज सी-17 विमान 250 से अधिक लोगों को लेकर उड़ान भर सकेगा और दोपहर बाद भारत पहुंचेगा। साथ ही जल्द एक और सैन्य विमान भेजकर बचे हुए लोगों को निकाले जाने की भी तैयारी की गई है।
जयशंकर की कतर के विदेश मंत्री के साथ अफगानिस्तान पर चर्चा
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कतर के उप प्रधान मंत्री और विदेश मामलों के मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मुलाकात की और अफगानिस्तान के संदर्भ में चर्चा की। डॉ. जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘कतर के उपप्रधानमंत्री एवं विदेश मामलों के मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मुलाकात की। अफगानिस्तान के संदर्भ में परस्पर विचारों का उपयोगी आदान-प्रदान हुआ। कतर के उप प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘मेरे सहयोगी भारत के विदेश मंत्री का फिर से स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम के साथ-साथ हमारे दो मित्र देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को विकसित करने के उपाय हमारी चर्चा के विषय रहे। इस महीने की शुरूआत में कतर के विदेश मंत्री के विशेष दूत मुतलाक बिन माजिद अल-कहतानी ने भारत की दो दिवसीय यात्रा की थी। इस दौरान उन्होंने जयशंकर और अन्य शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की थी। उन्होंने अफगानिस्तान पर दोहा वार्ता में शामिल होने के लिए भारत को भी आमंत्रित किया था।
तालिबान ने हेरात के पूर्व पुलिस प्रमुख की हत्या की
दो दशकों बाद अफगानिस्तान में सत्ता पर काबिज होने वाले आतंकवादी संगठन तालिबान ने अपना वहशियाना चेहरा दिखाना शुरू कर दिया है और एक ताजा घटनाक्रम में हेरात के पूर्व पुलिस प्रमुख को पकड़कर गोलियों से उड़ा दिया है। एक वीडियो फुटेज में पूर्व पुलिस प्रमुख के चेहरे पर पट्टियां बांधे और हाथ बांध कर घुटनों के बल बैठे दिखाया गया है और इसके बाद उन पर तालिबानी आतंकवादी गोलियों की बौछार कर उनकी हत्या कर देते हैं। बदघीस प्रांत के पुलिस प्रमुख रहे जनरल हाजी मुल्ला अहाकजई को तालिबान ने तुर्कमेनिस्तान सीमा पर गिरफ्तार किया गया था। उनके क्षेत्र पर तालिबान का कब्जा होने के बाद वह अपने सिपाहियों के साथ यहां से पलायन कर गए थे और हेरात के समीप आत्मसमर्पण कर दिया था। इस वीडियो में दिखाया गया है कि सफेद बालों वाले कमांडर को जमीन पर तालिबानियों ने घुटनों के बल बिठाया था और उनकी आंखों पर एक पट्टी बंधी थी तथा हाथ आगे की और बांधे गए थे। इसके बाद तालिबानी आतंकवादी उन पर गोलियों की बौछारें करते हैं और दम तोड़ने के बाद भी फायरिंग जारी रहती है। तालिबान ने उनकी हत्या पूरे होश हवाश में की है।
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