एडिलेड (एजेंसी)। भारतीय पुरुष हॉकी टीम बुधवार को यहां मेट स्टेडियम पर पांच मैचों की शृंखला का तीसरा टेस्ट जीतकर सीरीज बचाने के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सिलसिला समाप्त करने उतरेगी। भारत ने 2020 के बाद से आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ कोई मुकाबला नहीं जीता है। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल 2022 के फाइनल में आॅस्ट्रेलिया ने भारत को 7-0 से रौंदा था। इस टेस्ट सीरीज के पहले रोमांचक मैच में भारत को 4-5 से हार मिली, जबकि दूसरे मैच में उन्हें 7-4 की करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा।
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दोनों टीमें जानती हैं कि 13 जनवरी से भारत में शुरू होने वाले एफआईएच ओडिशा हॉकी पुरुष विश्व कप 2023 भुवनेश्वर-राउरकेला की तैयारी में ये मैच महत्वपूर्ण हैं। घरेलू टीम जहां पहले दो मैचों में अपनी सफलता को आगे बढ़ाना चाहेगी, वहीं भारत के सामने शृंखला में वापसी करने की चुनौती होगी। कप्तान हरमनप्रीत ने मैच से पहले कहा, ‘हमने पहले दो मैचों में जो गलतियां की हैं, हमने उन्हें देखा है। आॅस्ट्रेलिया को थोड़ी भी जगह मिलती है तो वह उसे अवसर में बदलने में तेजी दिखाते हैं। हम अपने रक्षण को बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे।
हरमनप्रीत ने कहा, ‘जब मैच बड़े स्कोर वाले होते हैं और दोनों टीमें अपने आक्रमण में पूरी ताकत लगाती हैं, तो एक से अधिक पेनल्टी कार्नर के अवसर मिलते हैं। हम जहां पेनल्टी कार्नर के अवसर बनाने और उससे स्कोर करने में कामयाब रहे हैं, वहीं हमने कुछ पेनल्टी दिये भी हैं जिन्हें आगामी मैचों में कम करने की आवश्यकता है। हरमनप्रीत ने कहा कि बचाव और जवाबी हमले टीम के सकारात्मक पक्ष हैं और भारत गति एवं फिटनेस के मामले में भी ऑस्ट्रेलिया के बराबर है। हरमनप्रीत ने मोहम्मद रहील और सुखजीत की तारीफ करते हुए कहा कि पहली बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए युवा खिलाड़ियों ने दबाव में अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, ‘ मुझे लगता है कि हमने जनवरी में विश्व कप से पहले ऐसी मजबूत टीम के खिलाफ खेलकर महत्वपूर्ण अनुभव हासिल किया है। हम अब शेष तीन मैचों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
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