इंदौर (एजेंसी)। नागर विमानन मंत्री ज्योति रादित्य सिंधिया ने आज कहा कि भारत 2030 तक Drone के उत्पादन और उसके उपयोग का ग्लोबल हब होगा। सिंधिया ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कृषि के क्षेत्र में ड्रोन के उपयोग की असीम संभावना है। इससे किसानों को व्यापक लाभ होगा तथा इससे कृषि लागत में भी कमी आयेगी । ड्रोन से कीटनाशकों छिड़काव किया जा रहा है और बीजों की बुआई का काम भी लिया जाता है। इसके अलावा जमीन के सर्वेक्षण का काम भी किया जाता है।
उन्होंने कहा कि देश में Drone के निर्माण और उपयोग को लेकर एक व्यापक एवं प्रभावी नीति बनाई गई है। ड्रोन निर्माताओं को उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना का लाभ दिया गया है। ड्रोन के उपयोग को आसान बनाया गया है। आने वाले वर्षो में ड्रोन उद्योग को 120 करोड़ रुपए की मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ड्रोन निर्माण के क्षेत्र में अनेक कंपनियां आगे आई है। मांग बदने से उद्योग का विस्तार होगा । ड्रोन का बारह मंत्रालय इस्तेमाल कर रही है और सबसे अधिक उपयोग कृषि मंत्रालय में जो रहा है।यहां तक कि उड्डयन मंत्रालय में रेड और ग्रीन जोन को प्रभासित करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किए जा रहा है। स्वस्थ मंत्रालय दुर्गम क्षेत्रों में दवाइयों को भेजने में ड्रोन का उपयोग कर रहा है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।