विशाखापटनम। (सच कहूँ न्यूज) वामहस्त तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क (53/5) की घातक गेंदबाजी के बाद मिचेल मार्श (66 नाबाद) और ट्रैविस हेड (51 नाबाद) के विस्फोटक अर्द्धशतकों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत को दूसरे एकदिवसीय मैच में रविवार को 10 विकेट से रौंदकर तीन मैचों की शृंखला 1-1 से बराबर कर ली।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत 117 रन पर ऑलआउट हो गया, जो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय क्रिकेट में उसका सबसे छोटा स्कोर है। ऑस्ट्रेलिया ने 118 रन का लक्ष्य महज़ 11 ओवर में हासिल कर लिया।
भारत की ओर से विराट कोहली ने 35 गेंद पर चार चौकों की सहायता से सर्वाधिक 31 रन बनाये, जबकि अक्षर पटेल 29 गेंद पर 29 रन बनाकर नाबाद रहे। मेज़बान टीम के सात बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके।
ऑस्ट्रेलियाई पारी की शुरुआत करने उतरे मार्श और हेड ने 66 गेंद पर 121 रन की अविजित साझेदारी करके कंगारुओं को जीत दिला दी। यह भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले कंगारुओं ने भारत को मुंबई में 2020 में 10 विकेट से हराया था, हालांकि तब ऑस्ट्रेलिया ने लक्ष्य तक पहुंचने के लिये 37.4 ओवर खेले थे।
मार्श ने ऑस्ट्रेलिया की इस ऐतिहासिक जीत में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 36 गेंद पर छह चौकों और छह छक्कों के साथ 66 रन बनाये, जबकि हेड ने 30 गेंद पर 10 चौके लगाकर 51 रन की पारी खेली।
यह एकदिवसीय क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया की तीसरी सबसे बड़ी जीत भी है। सीरीज का तीसरा और निर्णायक मुकाबला 22 मार्च को चेन्नई के चिदंबरम स्टेडियम पर खेला जायेगा।
ऑस्ट्रेलिया की इस विशाल जीत के नायक स्टार्क रहे जिन्होंने विशाखापटनम में मिलने वाली स्विंग को भुनाते हुए आठ ओवर में 53 रन देकर पांच विकेट लिये। उन्होंने अपने एकदिवसीय करियर में नौंवी बार पांच विकेट चटकाये हैं। शॉन एबॉट ने छह ओवर में 23 रन देकर तीन विकेट लिये जबकि नेथन एलिस ने पांच ओवर में 13 रन देकर दो सफलताएं हासिल कीं।
ऑस्ट्रेलिया ने दो दिन तक बारिश में भीगी विशाखापटनम की पिच को ध्यान में रखते हुए टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। स्टार्क ने कप्तान स्टीव स्मिथ के फैसले को सही ठहराते हुए पहले ही ओवर में शुभमन गिल को शून्य रन के स्कोर पर पवेलियन लौटा दिया।
रोहित शर्मा ने स्टार्क और कैमरन ग्रीन को एक-एक चौका जड़ा लेकिन वह ऑफ-स्टंप से बाहर की ओर जा रही गेंद को मारने की कोशिश में स्लिप को कैच थमा बैठे। स्टार्क ने अगली ही गेंद पर सूर्यकुमार यादव को भी पगबाधा आउट कर दिया।
उन्होंने अपनी स्विंग से कोहली को भी परेशान किया, लेकिन कोहली ने शानदार डिफेंस का प्रदर्शन करते हुए एक छोर से पारी को संभाले रखा। पावरप्ले समाप्त होने से एक ओवर पहले केएल राहुल (09) स्टार्क का शिकार हो गये, जबकि एबॉट ने 10वें ओवर में स्मिथ के सनसनीखेज कैच की बदौलत हार्दिक पांड्या को चलता कर दिया।
विश्व कप 2019 के सेमीफाइनल के बाद भारत ने पहली बार 10 ओवर के अंदर चार या उससे ज्यादा विकेट गंवाये थे।
इस बीच कोहली ने भारतीय पारी को संबल दिया और दूसरे छोर से उन्हें रवींद्र जडेजा का साथ मिला। दोनों के बीच छठे विकेट के लिये 22 रन की साझेदारी हुई ही थी कि एलिस ने कोहली को पगबाधा आउट कर दिया। एलिस ने अपने अगले ओवर में जडेजा (39 गेंद, 16 रन) को भी पवेलियन लौटाया।
भारत की बल्लेबाजी समाप्त होने के बाद अक्षर ने कुछ अच्छे शॉट खेले लेकिन पुछल्ले बल्लेबाज उनका साथ न दे सके। एबॉट ने कुलदीप यादव (17 गेंद, चार रन) और मोहम्मद शमी को लगातार गेंदों पर चलता किया। अक्षर ने हथियार डालने से पहले 26वें ओवर में स्टार्क को दो छक्के जड़े, लेकिन इस ओवर की आखिरी गेंद पर स्टार्क ने मोहम्मद सिराज को बोल्ड करके भारतीय पारी को समाप्त किया।
मार्श और हेड जब बल्लेबाजी करने उतरे तो ऐसा प्रतीत हुआ कि वे किसी अलग पिच पर बल्लेबाजी कर रहे हैं। मार्श ने खाता खोलने में समय लिया, लेकिन चौथी गेंद पर पहला रन बनाने के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। दूसरी ओर, हेड ने दूसरे ही ओवर में सिराज को दो चौके जड़कर अपने इरादे साफ कर दिये।
मार्श ने पांचवें ओवर में शमी को निशाना बनाते हुए दो छक्के और एक चौका जड़कर 16 रन बटोरे, जबकि हेड ने अगले ओवर में लगातार चार चौके जड़कर ऑस्ट्रेलिया का अर्द्धशतक पूरा किया। कप्तान रोहित ने विकेट की तलाश में आठवां ओवर हार्दिक पांड्या को सौंपा लेकिन मार्श ने उन्हें तीन छक्के जड़कर 29 गेंद में अपना व्यक्तिगत अर्द्धशतक पूरा कर लिया।
पारी के आखिरी ओवर में शमी ने अक्षर की गेंद पर हेड का कैच छोड़ा। हेड ने भी इसका लाभ उठाते हुए 29 गेंद पर अपना अर्द्धशतक पूरा किया, जबकि मार्श ने ओवर की आखिरी गेंद पर चौका जड़कर ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाई।
यह शेष गेंदों (234) के मामले में एकदिवसीय क्रिकेट में भारत की सबसे बड़ी हार है। भारत के शीर्ष गेंदबाज सिराज ने तीन ओवर में 37 रन दिये, जबकि शमी ने तीन ओवर में 29 रन दिये। अक्षर के तीन ओवरों में 25 रन बने, जबकि पांड्या के एकमात्र ओवर में ऑस्ट्रेलिया ने 18 रन बनाये।