भारत ने न्यूजीलैंड से 25 साल पुराना लिया बदला | Cricket News
हिसार (सच कहूँ/डॉ. संदीप सिंहमार)। India vs New Zealand: दुबई के इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित न्यूज़ीलैंड व भारत के बीच आईसीसी चैंपियन ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला बड़ा ही रोचक अंदाज में खेला गया। इस रोचक मुकाबले में बॉलिंग के दौरान जहां भारत के चक्रवर्ती के चक्रव्यूह में न्यूजीलैंड फसता नजर आया। वहीं भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा के बल्ले ने भी जमकर रन उगले। हिटमैन के नाम से प्रसिद्ध रोहित शर्मा ने न्यूजीलैंड के हर बॉलर को जमकर हिट लगाए। पिछले 12 वर्षों से आईसीसी चैंपियन ट्रॉफी की बाट जोह रहे भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियन ट्रॉफी अपने नाम कर ली। Cricket News
बैटिंग के दौरान शुरुआत में ही भारत के हिटमैन रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने अपनी कप्तानी पारी खेलते हुए 144 करोड़ भारतवासियों का दिल जीतने का काम किया वही मैच के अंत में हार्दिक पांड्या व के एल राहुल की जमकर जोड़ी चली। भारत में न्यूजीलैंड के बीच जब भी कभी मैच खेला जाता है वह हमेशा ही रोचक मैच होता है।आईसीसी चैंपियन ट्रॉफी, क्रिकेट के इस महाकुंभ में, जब भी भारतीय क्रिकेट टीम का सामना न्यूजीलैंड से होता है, तो दर्शकों में एक विशेष उत्साह और जिज्ञासा का संचार होता है। यह दोनों टीमें अपने खेल के अंदाज, बलिदान और प्रतिस्पर्धात्मकता के लिए जानी जाती हैं। भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया रौचक मुकाबला किसी भी क्रिकेट प्रशंसक के लिए अविस्मरणीय होता है।
यह मुकाबला न केवल क्रिकेट के तकनीकी कौशल को प्रदर्शित करता है, बल्कि खेल के भीतर छिपे हुए नाटकीयता, रणनीति और खिलाड़ियों की मानसिकता को भी उजागर करता है। इस मैच में दोनों टीमों ने अपने-अपने सर्वोत्तम प्रदर्शन का परिचय दिया। भारतीय टीम, जो अपनी बल्लेबाजी के लिए जानी जाती है, ने शुरुआत से ही आक्रामक रूख अपनाया। पहले बल्लेबाजी करते हुए, भारतीय ओपनर्स ने साझेदारी की जो मैच के आधार को मजबूत बनाने में सहायक साबित हुई। उस मैच में शुभमन गिल और रोहित शर्मा की जोड़ी ने एक ठोस नींव रखी, जिससे भारतीय टीम को एक मजबूत स्कोर प्राप्त करने में मदद मिली। उनकी बल्लेबाजी तकनीक और गेंदबाजों के खिलाफ सामंजस्य ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। Cricket News
दूसरी ओर, न्यूजीलैंड की टीम ने अपने फील्डिंग और गेंदबाजी के लिए जाने जाने वाले दस्तों के साथ चुनौती पेश की। गेंदबाजों ने शुरुआत में कुछ महत्वपूर्ण विकेट लिए, जिससे मैच में रोमांच का तत्व बढ़ गया। गेंदबाजों ने अपनी स्विंग और गति का बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिससे भारतीय बल्लेबाजों के लिए रन बनाना कठिन हो गया। उनकी रणनीतिक गेंदबाजी ने साबित किया कि वे किसी भी स्थिति को बदलने की क्षमता रखते हैं। न्यूजीलैंड ने कुल मिलाकर एक प्रतिस्पर्धात्मक स्कोर बनाया, लेकिन यह सब तब निर्णायक बन गया जब भारत की बल्लेबाजी की बारी आई। भारतीय बल्लेबाजों को न्यूजीलैंड के गेंदबाजों का सामना करते समय निश्चित रूप से चुनौती का सामना करना पड़ा।
जैसे ही खेल का अंत नज़दीक आया, दर्शकों की धड़कनें तेज हो गईं। दोनों टीमों के बीच का मुकाबला एक थ्रिलर में बदल गया, जहां हर गेंद पर मैच की तस्वीर बदलती हुई नजर आ रही थी। भारत को जीतने के लिए अंतिम ओवरों में कुछ कठिन और निर्णायक ओवरों का सामना करना पड़ा। तब भी,भारत टीम ने संयम बनाए रखा और मैच को अपने पक्ष में लाने के लिए हर संभव प्रयास किया। हालांकि, अंत में भारतीय टीम ने अपने अनुभव और संयम का परिचय देते हुए जीत हासिल की। यह जीत केवल एक मैच की जीत नहीं थी, बल्कि यह दर्शाती थी कि कैसे भारतीय क्रिकेट टीम ने संघर्ष के समय में धैर्य बनाए रखा और एक रणनीतिक जीत हासिल की। इस मुकाबले ने यह साबित कर दिया कि क्रिकेट केवल एक खेल नहीं है, बल्कि भावना, जुनून और प्रतिस्पर्धा का एक अद्भुत संगम है।
भारत-न्यूजीलैंड के बीच का यह रौचक मुकाबला न केवल खेल के शौकीनों के लिए प्रेरणादायक था, बल्कि यह नए क्रिकेटरों के लिए भी एक सीख देने वाला था कि जीत का मूल मंत्र विश्वास, मेहनत और टीम वर्क में निहित है। आईसीसी चैंपियन ट्रॉफी में भारत और न्यूजीलैंड के बीच इस मुकाबले ने यही सिखाया कि जीवन ही की तरह क्रिकेट में भी उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन जो धैर्य और आत्मविश्वास बनाए रखता है, वही अंत में जीतता है। यह मुकाबला हमेशा एक प्रेरणादायक क्षण के रूप में याद किया जाएगा, जो दर्शाता है कि खेल का मैदान कभी कभी जीवन की पाठशाला की तरह होता है। Cricket News
अंत के दो ओवर में जब साथ रन चाहिए थे, तब न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों के मन में हताशा बन चुकी थी। मैच के अंत में जडेजा ने चौका मारते हुए चैंपियन ट्रॉफी भारत के नाम कर दी। आईसीसी चैंपियन ट्रॉफी अपने नाम करने के साथ ही भारत ने न्यूजीलैंड के साथ अपना 25 साल पुराना बदला ले लिया। दुबई के इंटरनेशनल स्टेडियम में आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम करने के बाद भारतीय टीम ने यह सिद्ध कर दिया है कि आखिर चैंपियन चैंपियन ही होते हैं। क्या बात हुई हम वनडे वर्ल्ड कप नहीं जीत पाए लेकिन हमारे बाजू में आज भी दम है जो पहले था।
यह भी पढ़ें:– Holi 2025: होली के बाद ऐसे करें घर को साफ, सफाई में नहीं करनी पड़ेगी ज्यादा मेहनत