कृषि बिलों के विरोध में आज भारत बंद

Agricultural Bill protest

पंजाब जाने वाली रेलगाड़ियां रद्द, सरकार द्वारा सुरक्षा के व्यापक इंतजामात का दावा (Agricultural Bill protest)

  •  बंद को सफल बनाने के लिए एक साथ आए सभी किसान संगठन, राजनेताओं के साथ-साथ किसानों को मिला कलाकारों का साथ

चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़)। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा खेती-किसानी को लाभकारी बनाने के मकसद से लाए गए तीन अहम विधेयकों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) समेत विभिन्न किसान संगठनों द्वारा आज देशभर में चक्का जाम किया जा रहा है। माना जा रहा है कि पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश में इसका व्यापक असर देखने को मिल सकता है।वहीं किसान संगठनों द्वारा आहूत भारत बंद को विपक्ष में शामिल विभिन्न राजनीतिक दलों का साथ मिल रहा है। भाकियू के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि विधेयकों के विरोध में पूरे देश में 25 सितंबर को चक्का जाम रहेगा, जिसमें पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक समेत तकरीबन पूरे देश के किसान संगठन अपनी विचारधाराओं से ऊपर उठकर एकजुट होंगे।

 केंद्रीय कृषि मंत्री बोले, आधी रात को भी चर्चा को तैयार, विज ने कहा- प्रदर्शन करना सबका अधिकार लेकिन हाइवे न हो जाम

वहीं भारत बंद के मद्देनजर पंजाब में रेल रोको प्रदर्शन किए जाएंगे। जिसके तहत पंजाब जाने वाली बहुत सी रेल गाड़ियां रद्द कर दी गई हैं। भाकियू के प्रवक्ता और उत्तर प्रदेश के किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि विधेयकों के विरोध में पूरे देश में 25 सितंबर को चक्का जाम रहेगा, जिसमें पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक समेत तकरीबन पूरे देश के किसान संगठन अपनी विचारधाराओं से ऊपर उठकर एकजुट होंगे।

किसान संगठनों ने केंद्र सरकार से इन विधेयकों को किसान विरोधी और कॉरपोरेट को फायदा पहुंचाने वाले विधेयक करार देते हुए, इन्हें वापस लेने और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने के लिए कानूनी प्रावधान करने की मांग की है. उनका कहना है कि सरकार ने विधेयकों पर किसानों की सहमति नहीं ली।

कांग्रेस किसानों को गुमराह कर रही है: केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर

बंद से ठीक पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि किसानों को गुमराह होने की जरूरत नहीं है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर कई आरोप लगाए और कहा कि कांग्रेस अपने ही घोषणा पत्र के खिलाफ बोल रही है। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस के दांत खाने के कुछ और हैं और दिखाने के कुछ और हैं। कांग्रेस में अच्छे और विचारशील लोग पूरी तरह से खत्म हो चुके हैं। वो लोग किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।

राहुल गांधी के किसानों को लेकर किए गए ट्वीट पर कृषि मंत्री ने कहा, ‘अगर राहुल गांधी को बिल का विरोध करना है तो वो सामने आकर कहें कि उनके घोषणा पत्र में गलत बात लिखी थी। हम बिल पर आधी रात को भी चर्चा करने को तैयार हैं। अगर कोई किसान नेता हमसे चर्चा करना चाहें तो उनका स्वागत करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने आखिर में भारत बंद को देखते हुए किसानों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें गुमराह होने की कोई जरूरत नहीं है।

हरियाणा सरकार खरीफ-2020 के दौरान ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ योजना के तहत पंजीकृत धान, मक्का, बाजरा और कपास फसलों की शत-प्रतिशत खरीद करेगी। पंजीकृत किसानों को मंडियों में आने के लिए ई-गेट पास जारी किए जाएंगे ताकि बाधामुक्त खरीद सुनिश्चित की जा सके।

-मनोहर लाल, सीएम हरियाणा

35 गाड़ियां 2 दिनों के लिए रद्द:-

संसद में पास हो चुके कृषि अध्यादेशों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के चलते भारतीय रेलवे की अंबाला मंडल ने पंजाब जाने वाली 26 अप-डाउन ट्रेन और 9 पार्सल ट्रेन को रद्द किया है। ये ट्रेन तीन दिन के लिए रद्द की गई हैं। पंजाब में कृषि विधेयक के विरोध में रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया गया है। इसके चलते अंबाला से 25 और 26 सितंबर को रेलगाड़ियां बंद रहेंगी। रद्द की गई ट्रेनों में मुंबई-अमृतसर, नांदेड़-अमृतसर जैसी कई लंबी दूरी की कई ट्रेनें भी शामिल हैं। अंबाला स्टेशन के निदेशक बीएस गिल ने बताया कि अगर अगले तीन दिन में आप ट्रेन में सफर करने की सोच रहे हैं तो अपना ये सफर टाल दीजिए, क्योंकि किसान आंदोलन के चलते रेलवे ने 26 ट्रेनें रद्द कर दी हैं।

पंजाब में राजनेता और कालाकारों ने दिया बंद का साथ देने का ऐलान

पंजाब में बंद को सफल बनाने के लिए राजनैतिक पार्टियों के अलावा पॉलीवुड के कलाकारों ने भी साथ देने का आह्वान किया है। पंजाबी कलाकारों ने बंद को सफल बनाने के लिए आम लोगों से अपील की है और कहा है कि वे खुद बंद को सफल बनाने के लिए मैदान में उतरेंगे।

पंजाब के मुख्यमंत्री ने किसानों से कानून व्यवस्था बनाये रखने की अपील की

पंजाब के मुख्यमंत्री ने किसानों से कृषि विधेयकों के खिलाफ आज ‘भारत बंद’ के दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने व कोविड सुरक्षा नियमों के पालन की अपील की। मुख्यमंत्री ने यहां जारी बयान में कहा कि प्रदेश सरकार विधेयकों के खिलाफ किसानों की लड़ाई में उनके साथ है और धारा 144 के उल्लंघन को लेकर कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाएगी लेकिन बंद के दौरान कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोई कोशिश नहीं होनी चाहिए। उन्होंने किसानों को यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि बंद के दौरान लोगों को, खासकर राज्य में कोविड संकट को देखते हुए, असुविधा में न डालें।

लोकतांत्रितक मूल्यों को समाप्त कर रही है केंद्र सरकार: माकमा

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) सांसद एलामरम करीम, केके रागेस और बिकास रंजन भट्टाचार्य ने आज यहां कहा कि तमाम विरोध के बावजूद राज्यसभा में बिना चर्चा के कृषि विधेयकों को पारित करना दशार्ता है कि केंद्र सरकार लोकतांत्रितक मूल्यों को समाप्त कर रही है। तीनों सांसद कृषि विधेयकों के खिलाफ आज के भारत बंद की तैयारियों के सिलसिले में यहां आये थे। इस दौरान सांसदों की टीम जींद, फतेहाबाद व हिसार जिलों का दौरा करेगी।

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