India Bhutan Railway Line: देश के पूर्वोत्तर इलाके में रेलवे बुनियादी ढांचे के विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए भारत सरकार प्रयासरत है, जिसके लिए भारत ने 120 अरब रुपये आवंटित किये हैं। इससे क्या होगा कि भूटान-भारत रेलवे लिंक को बढ़ावा मिलेगा। भारत सरकार की 57.5 किमी. लंबी रेलवे लाइन के लिए 10 अरब रुपये का यह प्रोजेक्ट असम के कोकराझार को भूटान के सरपंग में गेलेफू से जोड़ेगा। उम्मीद है कि इस प्रोजेक्ट को 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा। India To Bhutan
उल्लेखनीय है कि एक महीने पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बात के संकेत दे दिए थे। उन्होंने इस ट्रांसफॉर्मेटिव रेलवे कनेक्शन को लेकर भारत और भूटान के बीच चल रही चर्चा का संकेत दिया था। उन्होंने कहा, ‘‘हम वर्तमान में भूटान और असम के बीच रेलवे लिंक के लिए बातचीत कर रहे हैं। भूटान पर्यटन के लिए और ज्यादा रास्ते खोलने को इच्छुक हैं, और इस प्रयास से असम को काफी फायदा होने का वादा किया गया है। असम सीमा पर गेलेफू और कोकराझार के बीच प्रस्तावित रेलवे लिंक एक गेम-चेंजर हो सकता है, जो व्यापार और पर्यटन दोनों को बढ़ावा देगा। रेलवे प्रोजेक्ट माल के निर्यात को सुविधाजनक बनाने, सांस्कृतिक आदान-प्रदान को सक्षम करने और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत करने के मामले में एक सफलता के रूप में काम कर सकती है।’’ India Bhutan Railway Line
भूटान के पीएम की पहली भारत यात्रा के दौरान 2018 में इस प्रजोक्ट को गति मिली थी। गेलेफू-कोकराझार रेल लिंक कंस्ट्रक्शन के शुरू होने से दोनों देशों के दक्षिणी और पूर्वी इलाकों में और अधिक रेलवे प्रोजेक्टों का मार्ग बनने की उम्मीद है, जिसमें फुएंतशोलिंग, नंगगलम, और समद्रुप जोंगखार जैसे इलाके भी शामिल हैं। विशेषकर भूटान और भारत ने 2005 में इस तब्दीली के नजरिये के प्रति अपनी कमिटमेंट को औपचारिक रूप दिया। जब उन्होंने एक समझौता मेमो पर सिग्नेचर किए, जिससे दोनों देशों के सीमावर्ती शहरों को रेलवे नेटवर्क के जरिए जोड़ने की उन दोनों की ख्वाहिशें मजबूत हुई। यह प्रक्रिया जैसे-जैसे पूरी हो रही है, वैसे-वैसे भूटान-भारत का यह ऐतिहासिक रेलवे लिंक साकार होने के करीब पहुंच गया है। India Bhutan Railway Line