समस्या। हरियाणा में एचसीएस और आईएएस अधिकारियों की कमी
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एक-एक अधिकारी के हवाले कई-कई विभाग
दबाव के चलते जन सेवाएं बुरी तरह प्रभावित
पंचकूला (सच कहूँ/चरन सिंह)। हरियाणा में अफसर काम के बोझ से दबे हुए हैं और इससे सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। ढाई करोड़ से अधिक आबादी और 90 विधानसभा सीटों वाले हरियाणा में सिर्फ 750 अधिकारी काम कर रहे हैं। आइएएस काडर के लिए मंजूर 215 पदों में सिर्फ 179 अफसर प्रदेश में हैं। इनमें भी 16 आइएएस प्रतिनियुक्ति पर केंद्र सरकार में तैनात हैं। एचसीएस काडर के लिए स्वीकृत 300 पदों पर सिर्फ 157 अफसर सेवाएं दे रहे हैं। प्रथम श्रेणी के अन्य अफसरों के मामले में भी स्थिति कुछ ऐसी ही है। ताजा आदेश में उपायुक्तों का बोझ कम करने के लिए अतिरिक्त जिला उपायुक्तों को शहरी निकायों में नोडल अधिकारी बनाया गया है। इससे पहले से ही क्षेत्रीय परिवहन सचिव सहित कई तरह की जिम्मेदारी संभाल रहे अतिरिक्त जिला उपायुक्तों पर काम का बोझ और बढ़ेगा।
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आईएएस के 36 और एचसीएस के 143 पद रिक्त
आईएएस के कुल 215 पदों में से 150 पद सीधी भर्ती तो 65 पद हरियाणा सिविल सर्विस (एचसीएस) अधिकारियों को पदोन्नति से भरे जाते हैं। सात साल के बाद पिछले दिनों 38 एचसीएस अफसरों को पदोन्नत कर आइएएस बनाने के बावजूद आईएएस काडर के 36 पद खाली हैं। वहीं, एचसीएस काडर के 143 पद खाली हैं। हालांकि 48 एचसीएस (एग्जीक्यूटिव ब्रांच) और एलाइड सर्विस के 118 पदों के साथ ही ग्रुप सी कर्मचारियों को पदोन्नति के जरिये एचसीएस के 18 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है।
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कई प्रोजेक्ट अधर में लटके
आइएएस और एचसीएस अधिकारियों की भारी कमी के चलते कई प्रोजेक्ट रफ्तार नहीं पकड़ पा रहे। इसी वजह से अफसरों के तबादले भी तेजी से किए जा रहे हैं। कई अफसर तो एक विभाग में चार-पांच महीने भी पूरे नहीं कर पाते कि उनके तबादले के आदेश जारी हो जाते हैं। एक-एक अधिकारी के पास कई विभागों का प्रभार है। इन विभागों के दफ्तर भी एक जगह नहीं हैैं, जिस कारण अफसर एक जगह टिक कर काम नहीं कर पा रहे हैैं।
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16 आइएएस केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर
प्रदेश के आइएएस अफसरों में सुरीना राजन, पी. राघवेंद्र राव, रजनी शेखरी सिब्बल, ज्योति अरोड़ा, तरुण बजाज, विवेक जोशी, अरुण कुमार, डॉ. सुमिता मिश्रा, अनिल मलिक, श्रीकांत वालगद, जी. अनुपमा, अभिलक्ष लिखी, सुकृति लिखी, श्यामल मिश्रा, फूलचंद मीणा, ए. मोना श्रीनिवास केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर चल रहे हैं। इस कारण इनकी सेवाएं हरियाणा को नहीं मिल रहीं। कुछ अफसरों को राज्य सरकार के बार-बार अनुरोध के बावजूद वापस हरियाणा नहीं भेजा जा रहा तो कुछ अफसर खुद ही वापस लौटने को तैयार नहीं हैैं। आइएएस अधिकारियों की कमी की वजह से सरकार को रिटायर्ड आइएएस को एडजस्ट करना पड़ रहा है।
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10 आइएएस सेवानिवृत्ति के मुहाने पर
केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर चल रहीं सुरीना राजन 31 अगस्त को सेवानिवृत्त हो जाएंगी। हालांकि इसी दिन रिटायर हो रहे सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के महानिदेशक समीर पाल सरो को तीन महीने की एक्सटेंशन मिल गई है। गृह सचिव नवराज संधू 30 नवंबर को रिटायर होंगी। केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर गर्इं रजनी शेखरी सिब्बल अगले साल 29 फरवरी, धनपत सिंह 30 अप्रैल, सेंट्रल केमिकल एंड पेट्रोकेमिकल डिपार्टमेंट के सचिव पी. राघवेंद्र राव 31 मई और प्रवीण कुमार 31 अगस्त को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा और आइएएस शिव प्रसाद अगले साल 30 सितंबर तथा सुमेधा कटारिया 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होंगे।