नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक मंदिर पर उग्र भीड़ के हमले, देव प्रतिमाओं को तोड़े जाने और आगजनी किये जाने को लेकर पाकिस्तानी उच्चायोग के प्रभारी राजनयिक को तलब कर पड़ोसी देश में अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक स्वतंत्रता पर हमलों पर चिंता जताते हुए अल्पसंख्यक समुदायों को सुरक्षा एवं कल्याण सुनिश्चित करने को कहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यहां नियमित ब्रीफिंग में एक सवाल पर कहा कि सोशल मीडिया पर पंजाब प्रांत के रहीमयार खान में एक गणेश मंदिर पर हिंसक भीड़ के हमले की रिपोर्टें बहुत चिंताजनक हैं। भीड़ ने देवप्रतिमाओं को अपवित्र किया और आगजनी की।
भीड़ ने मंदिर के आसपास हिन्दू समुदाय के लोगों के घरों पर भी हमले किये। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के पूजास्थलों पर हमलों, उनके साथ भेदभाव एवं उत्पीड़न का सिलसिला लगातार जारी है। बागची ने कहा कि गत वर्ष जनवरी में माता रानी भटियानी मंदिर, उसी समय गुरुद्वारा जन्म स्थान, दिसंबर 2020 में खैबर पख्तूनवा के करक में एक हिन्दू मंदिर सहित मंदिरों एवं गुरुद्वारों पर लगातार हमले हुए हैं।
क्या है मामला:
तेजी से बढ़ती ऐसी घटनाएं बताती हैं कि पाकिस्तान की सरकार एवं सुरक्षा एजेंसियां हाथ पर हाथ धरे बैठी हैं तथा अल्पसंख्यक समुदायों पर ऐसे हमलों को रोकने में विफल हैं। प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान के उच्चायोग के प्रभारी राजनयिक को तलब किया गया था और कड़े विरोध के साथ इस घटना तथा अल्पसंख्यक समुदायों के धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकारों एवं धर्मस्थलों पर लगातार हमले पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा गया कि पाकिस्तान सरकार को अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा एवं कल्याण सुनिश्चित करना चाहिए।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।