पूज्य गुरु जी परमानेंट बाहर आकर हमें मानवता भलाई के कार्यो के लिए प्रेरित करें और हमें खुशियां बख्शें

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उकलाना ।(सच कहूँ/कुलदीप स्वतंत्र) पूज्य गुरु जी द्वारा भेजा गया शाही पत्र किसी ने नियामत से कम नहीं है। इस शाही पत्र के लिए पूज्य गुरु जी का हम करोड़ों – करोड़ों बार धन्यवाद करते हैं। पूज्य गुरु जी ने शाही पत्र के माध्यम से मानवता भलाई के कार्यो के लिए प्रेरित करते रहते हैं जिससे मानवता भलाई के कार्यो को गति मिलती रहे।

शाही पत्र को पढ़कर हमें अहसास हो गया है कि पूज्य गुरु जी हमसे दूर नहीं बल्कि साध संगत के दिलों में रहते हैं। इस पत्र में पूज्य गुरु जी ने साध – संगत की संभाल का जिक्र किया है। महा परोपकार महा 23 सितंबर की बधाई दी है। हर शाही पत्र में पूज्य गुरु जी मानवता भलाई के और सारी सृष्टि की भलाई के लिए संदेश अवश्य भेजते हैं। जिसे पढ़कर साध संगत का दिल रोम – रोम खिल उठता है।                                                – कृष्ण इन्सां 45 मेंबर उकलाना

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पूज्य गुरु जी द्वारा भेजा गया शाही पत्र सारी साध – संगत के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। पूज्य गुरु जी ने इस पत्र में मानवता भलाई के कार्यो के लिए प्रेरित किया है। सेवा और सिमरन पर भी जोर दिया है। शाही पत्र को पढ़कर हमें एहसास होता है कि पूज्य गुरु जी सारी साथ संगत का हर पल ख्याल रखते हैं। चिट्ठी में दो वादों पर कायम रहने के लिए भी साथ संगत को पूज्य गुरु जी ने प्रेरित किया है। मानवता भलाई के कार्यों को निरंतर करते रहने के लिए भी पूज्य गुरु जी ने प्रेरित किया है। – सुरेंद्र खुराना इन्सां 25 मेंबर उकलाना

पूज्य गुरु जी द्वारा भेजा गया यह शाही पत्र हम सबके लिए रहमतों के भंडार लेकर आया है ।पूज्य गुरु जी का जितना धन्यवाद किया जाए उतना कम है। पूज्य गुरु जी ने शाही पत्र में फरमाया है कि हम आपको याद ही नहीं करते , बल्कि कभी भूलते ही नहीं। पूज्य गुरु जी ने शाही पत्र भेजकर हम पर बहुत बड़ा उपकार किया है। साध संगत को मानवता भलाई के कार्यो के लिए प्रेरित करते हुए पूज्य गुरु जी ने फरमाया है साध – संगत हमेशा एकता बनाकर रखें। – भीमा भंगीदास उकलाना

पूज्य गुरु जी अपने शाही पत्र के माध्यम से साध संगत के साथ – साथ सृष्टि पर आने वाले संकट के लिए भी सचेत करते रहते हैं। सृष्टि पर आने वाली हर समस्या का समाधान भी शाही पत्र के माध्यम से हर चिट्ठी में बताते रहते हैं। जैसे करोना जैसी बीमारी का समाधान पूज्य गुरु जी ने अपनी सही पत्र में बताया, साध – संगत ने वचनों पर अमल करते हुए करोना जैसी भयंकर बीमारी पर पार पा लिया वैसे ही इस पत्र के माध्यम से पूज्य गुरु जी ने निरंतर मानवता भलाई के कार्य बढ़-चढ़कर करने के लिए प्रेरित किया है। ताकि आने वाले संकट से पूरी सृष्टि बची रहे। – नीलम टेलर इन्सां 15 मेंबर उकलाना

पूज्य गुरु जी द्वारा भेजा गया बारवां शाही पत्र साध संगत के लिए बहुत बड़ा खुशी का तोहफा है। पूज्य गुरु जी ने शाही पत्र में फरमाया है कि हम आपको याद ही नहीं करते क्योंकि एक पल भी आपको भूलते ही नहीं । पूज्य गुरु जी द्वारा फरमाए गए शाही पत्र में अनमोल वचनों को सुनकर साथ संगत भावुक हो गई। क्योंकि पूज्य गुरु जी पल – पल साथ संगत की संभाल हमेशा करते रहते हैं। मानवता भलाई के कार्यो के लिए निरंतर प्रेरित करते रहते। पूज्य गुरु जी ने 23 सितंबर की बधाई व आशीर्वाद देकर साध संगत को खुशियों से निहाल कर दिया है। हम यही अरदास करते हैं कि पूज्य गुरु जी जल्द से जल्द परमानेंट बाहर आकर हमें मानवता भलाई के कार्यो के लिए प्रेरित करें और हमें खुशियां बख्शें।                       – बलबीर इन्सां 45 मेंबर उकलाना

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