2 से 14 फरवरी तक दिल्ली, मणिपुर और राजस्थान में खेले तीन टूर्नामेंट (ilamchand Insan)
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पूज्य गुरु जी को दिया जीत का पूरा श्रेय
सिरसा (सुनील बजाज/सच कहूँ)। जिस उम्र में इंसान खुद को आराम देने के बारे में सोचता हैं, उससे भी अधिक आयु में 87 वर्षीय इलमचंद इन्सां की पदकों की ललक कम नहीं हो रही हैं। इसकी बानगी देखने को मिली जब 2 फरवरी से 14 फरवरी तक बिना आराम किए पदकों की झड़ी लगा दी। ( ilamchand Insan) एक अंतर्राष्टय स्तर पर और 10 पदक राष्टÑीय स्तर पर पदक जीते जिसमें 6 स्वर्ण, 3 रजत और 1 कांस्य पदक जीतकर शाह सतनाम जी स्टेडियम का नाम रोशन किया। इलम चंद इन्सां ने अपनी सभी उपलब्ध्यिों का पूरा श्रेय पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं व प्रेरणा को दिया। उन्होंने कहा कि पूज्य गुरु जी की बदौलत ही वह इस मुकाम पर पहुंचे हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक अपने नाम किया
मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने 2 से 4 फरवरी तक वर्ल्ड योगा कप, फेस्टिवल एंड वर्कशॉप दिल्ली 2020 में शानदार प्रदर्शन करते हुए (65 वर्ष से अधिक वर्ग में) अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उसके बाद 5 से 7 फरवरी तक अलवर (राजस्थान) में खेले गए 12वीं ओपन नेशनल एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में तीन स्वर्ण (1500 मी. दौड़, लांग जंप और 100 मीटर रिले रेस में) और दो रजत पदक (त्रिकूद, 5 किमी मैराथन दौड़ में) अपने नाम किए।
इसके बाद हवाई सफर के माध्यम से 9 से 14 फरवरी तक आयोजित 41वें नेशनल मॉस्टर्स एथलेटिक्स चैम्पियनशिप, इंफाल, मणिपुर में (80 से अधिक आयु वर्ग में) 4 गुणा 100 मीटर (रिले) में स्वर्ण, 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण, पॉल वाल्ट में स्वर्ण, लांग जंप में रजत तथा ट्रिपल जंप में कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। बता दें कि अब तक इलमचंद इन्सां राज्य स्तरीय, नेशनल,अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभग 400 पदक हासिल कर चुके हैं। जिसमें 150 से अधिक स्वर्ण पदक शामिल हैं।
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