how to improve eyesight: प्रदूषण से हमारी आंखों पर बहुत गलत प्रभाव पड़ रहा है। शरीर का सबसे अहम हिस्सा आंखें है इसकी केयर करना भी बेहद जरूरी है। परंतु आज के युग में प्रदूषण, कंप्यूटर, टीवी व मोबाइल से निकलने वाली किरणों के लगातार सम्पर्क में रहने से इसका सीधा प्रभाव आंखों पर पड़ता है। यही कारण है कि इन दिनों छोटे बच्चों को भी आंखों की रोशनी कम होने लगी है व उन्हें भी चश्मा लगाने की जरूरत आने लगी है। अगर आप भी चाहते हैं कि आंखों की रोशनी कम ना हो व चश्मे को हमेशा के लिए बाय-बाय कहना चाहते हैं तो अपनाएं ये आसान घरेलू उपाय…. Eyesight Improvement Tips
विटामिनों से भरपूर चीजों को डाइट में करें शामिल | Eyesight Improvement Tips
आंखों की समस्याओं को दूर करने के लिए सबसे अहम जरूरी कि आप अपने डाइट में विटामिन से भरपूर चीजों का शामिल करें। जैसे गाजर, आंवला, शकरकंद, कद्दू आदि शामिल कर सकते हैं, इनमें विटामिन का स्त्रोत है। आपको बता दें कि गाजर में फास्फोरस, विटामिन ए, विटामिनसी और आयारन की मात्रा होती है जो आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होती है। आंखों के लिए संतरा, आंवला, टमाटर, लाल शिमला मिर्च में विटामिन सी की अत्याधिक मात्रा होती है जो कि आंखों के लिए लाभकारी मानी जाती है।
सोने से पहले इन चीजों का करें सेवन | Eyesight Improvement Tips
आपको चश्मा हटाने के लिए बस सिफ सोने से पहले एक चम्मच आंवला पाउडर खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। सौंफ, बादाम व मिश्री को सामान मात्रा में मिलाकर पाउडर बना लें। रोजाना रात को सोने से पहले 250 मिलि दूध में 10 ग्राम तैयार मिश्रण मिलाएं और सेवन करें इससे आपकी रोशनी बढ़ सकती है।
रोशनी बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज
आंखों की रोशनी बढ़ाने हेतु कुछ एक्सरसाइज को नियमित रूप से करना पड़ेगा। अधिकतर एक्सरसाइज वॉलेंटरी मसल्क यानि रेक्टस व इन्वॉलेंटरी मसल्स यानी सिलियरी और आॅब्लिक से जुड़ी होती है और साथ ही पर्याप्त नींद भी आंखों को आराम देती है।
एक साइट से दूसरी साइड…
आपको बता दें कि सूरज की ओर आंख कर उसे बंद कर लिजिए और अपने शरीर को एक साइड से दूसरी साइड तक स्विंग कीजिए। 5 मिनट तक ऐसा करें। इससे आई बॉल की मसाज होती है।
पेंडुलम एक्सरसाइज: अपनी आंखों को पेडुलम की तरह एक किनारे से दूसरे किनारे तक घुमाइएय यह एक्सरसाइज आॅब्लिक मसल्स को प्रभावित करता है और लेंस को फोकस करता है।
ये उपाय भी कर सकते है आप
आई वॉश: एक कप में पानी भरकर उसमें एक आंख डालें और करीब 10 बार आंखों को झपकाएं। इससे वॉलेटरी और इनवॉलेटरी मसल्स टोन होती है।
- अक्षर लिखे हुए चार्ट को 20 फीट की दूरी से करीब 20 सेकेंड तक पढ़ने की कोशिश करें. यह प्रक्रिया हर 20 मिनट बाद करीब 5 बार करें। इससे आंखों पर सकरात्मक प्रभाव पड़ता है।
- सिर और गर्दन को बिना घुमाए ऊपर की ओर देखें। इसके बाद धीरे-धीरे 10 बार घड़ी की सुई की दिशा और 10 बार उल्टी दिशा में आंखों को घुमाएं।