अगर पुलिस कानून लागू करने में विफल होती है तो लोकतंत्र भी विफल : डोभाल

Ajit Doval

निकट भविष्य में तीनों सेनाओं जल, थल और वायु सेना की तरह पुलिस को भी आधुनिक उपकरणों से लैस किया जाएगा (Ajit Doval)

संजय मेहरा/सच कहूँ गुरुग्राम। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने कहा कि कानून को लागू करने में अगर पुलिस असफल होती है तो यह सिर्फ पुलिस की ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र की विफलता कही जाएगी। कानून बनाना लोकतंत्र का सबसे पवित्र काम है। पुलिस कर्मी उस कानून के प्रवर्तक हैं। यह बात उन्होंने गुरुग्राम को यहां सेक्टर-44 स्थित एपी सेंटर में यंग एसपी कांफ्रेंस व पुलिस एक्सपो-2020 में देशभर के पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को संबोधित करते हुए कही। यह कार्यक्रम केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत पुलिस थिंकटैंक आॅफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआरडी) द्वारा आयोजित किया गया। (Ajit Doval) इस मौके पर एक्सपो भी आयोजित किया गया, जिसमें आधुनिक सुरक्षा का उपकरणों को प्रदर्शित किया गया।

  • सुरक्षा की दृष्टि अभेद्य उपकरण यहां दिखाए गए।
  • भविष्य में तीनों सेनाओं जल, थल और वायु सेना की तरह पुलिस को भी आधुनिक उपकरणों से लैस किया जाएगा।

कानून के लिए हमें पूरी तरह से समर्पित होना चाहिए (Ajit Doval)

अपने संबोधन में एनएसए अजीत डोभाल ने आगे कहा कि यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि पुलिस को विश्वसनीय माना जाता है। उसी रूप में देखा जाता है। लोगों का पुलिस में विश्वास है। इसलिए कानून के लिए हमें पूरी तरह से समर्पित होना चाहिए। यह बेहद जरूरी है। हर चीज का बारीकी से मूल्यांकन करके उसमें निष्पक्षता के साथ काम करें, ताकि जनता-पुलिस के बीच पारस्परिक संबंध बने रहें।

  • यह बहुत जरूरी है कि पुलिस की जनता के बीच महत्ता बनी रहे।
  • इस तरह की धारणा से लोगों में विश्वास पैदा होता है।
  • आपको समस्या की पहचान करनी होगी।
  • उस समस्या को परिभाषित करके उसके समाधान खोजें।
  • उस समस्या को दूर करने के लिए तकनीकी रूप से भी काम करें।
  • बीट कांस्टेबल को भी तकनीकी रूप से सक्षम होने की बात कही।

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