तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं किसान
(Agricultural Bill Protest )
श्रीगंगानगर (सच कहूँ न्यूज)। केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ संघर्षरत संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि अगर 26 और 27 नवंबर को किसानों को नई दिल्ली में प्रवेश से रोका गया तो किसान हाईवे पर ही जाम लगा देंगे। यह चेतावनी आज चंडीगढ़ में आयोजित संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में दी गई। बैठक में राजस्थान के किसान संगठनों की ओर से श्रीगंगानगर की ग्रामीण मजदूर किसान समिति (जीकेएस) का प्रतिनिधिमंडल भी शामिल हुआ। जीकेएस के कानूनी सलाहकार हरविंदरसिंह गिल ने आज बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा में देशभर के लगभग 450 किसान संगठन शामिल हैं।
इन संगठनों के प्रतिनिधियों की चंडीगढ़ में हुई बैठक में निर्णय किया गया कि 26 और 27 नवंबर को नई दिल्ली को लगने वाले पांच हाईवे मार्गों से किसानों के जत्थे कूच करेंगे। बैठक में केंद्र सरकार को चेतावनी दी गई है कि अगर किसानों को दिल्ली जाने से रोका गया तो वे इन पांच हाईवे पर वहीं पर धरना लगाकर यातायात जाम कर देंगे। किसान अहिंसात्मक आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन अब अगर स्थिति बिगड़ी तो फिर किसान करो या मरो की नीति पर चलेंगे।
उत्तराखंड और गोवा से लाखों किसान नई दिल्ली को कूच करेंगे
गिल ने बताया कि इस आंदोलन में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और गोवा से लाखों किसान नई दिल्ली को कूच करेंगे। यह किसानों की तीन नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार के साथ निर्णायक तथा आर-पार की लड़ाई होगी। सभी किसान संगठनों ने एक स्वर में कहा कि यह हमारी अंतिम लड़ाई है।
अगर अब नहीं तो फिर कभी नहीं का नारा बुलंद करते बैठक में अंतिम क्षण तक संघर्ष करने का संकल्प व्यक्त किया गया। बैठक में राजस्थान की ओर से ग्रामीण मजदूर किसान समिति (जीकेएस) के संयोजक रणजीतसिंह राजू की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल शामिल हुआ, जिसमें कानूनी सलाहकार हरविंदरसिंह गिल, सतपालसिंह, परगटसिंह भगवानगढ़, गगनदीपसिंह पीलीबंगा और पटवारी मोहनपुरा आदि शामिल रहे।
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