कोटड़ी में 14 साल की बच्ची से दुराचार कर जिंदा जलाने का मामला
Minor Girl Gangrape & Burnt Case: जयपुर (सच कहूं न्यूज)। राजस्थान में शाहपुरा जिले के कोटड़ी में 14 साल की बच्ची से दुराचार कर जिंदा जलाने वाले दो दोषियों को फांसी की सजा सुना दी गई है। इस बहुचर्चित मामले में पुलिस को बदमाशों तक पहुंचने में कड़ी मेहनत करनी पड़ी। आरोपियों ने दुराचार किया है या नहीं इसकी पुष्टि के लिए एक रोचक खुलासा हुआ। एफएसएल डायरेक्टर अजय शर्मा ने बताया कि अगर आरोपी नहा लेते तो सबूत खत्म हो जाते। आरोपियों को सजा नहीं मिल पाती। Rajasthan News
एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया- बच्ची को भट्ठी में जला दिया गया था। हमारे सामने सबसे बड़ा सवाल यह था कि इसे साबित कैसे करें कि रेप के बाद बच्ची को मारा गया। आखिर दोनों आरोपियों के प्राइवेट पार्ट की जांच के बाद मामले का खुलासा हुआ। दिनेश एमएन ने बताया कि इस केस में चार्जशीट अच्छी तरह से तैयार की गई थी। आईजी अजमेर और क्राइम ब्रांच की टीम ने इस चार्जशीट पर काम किया था।
स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर (पीपी) नियुक्त कराए गए। महावीर सिंह स्पेशल पीपी थे। वहीं दूसरी ओर कोर्ट से भी रिक्वेस्ट की थी कि रोज सुनवाई कराई जाए। अगर यह केस लंबा चल जाता तो यह पीड़ित के लिए अच्छा नहीं होता। कोर्ट ने इसे माना भी। नए कानून के तहत जिस केस में सजा 7 साल से अधिक है, उस केस में एफएसएल को ले जाना जरूरी कर दिया गया है। नए कानून जब से लागू हो जाएंगे, तब से पुलिस को जांच करने में भी आसानी रहेगी। Rajasthan News
कोर्ट ने आरोपियों की पत्नी-मां और बहन समेत एक नाबालिग को बरी कर दिया
दिनेश एमएन ने इस मामले में बरी हुए सात लोगों के संबंध में कहा कि जो लोग बरी हुए हैं, उनको लेकर कोर्ट के फैसले को पढ़ेंगे। हम जो चार्जशीट और सबूत पेश करते हैं, उसमें कई बार मिसमैच रहता है। इसको लेकर कोर्ट को कई बार शंका होती है। इसका फायदा आरोपियों को मिल जाता है। इसे लेकर हम हाईकोर्ट में अपील करेंगे और इन लोगों को भी सजा कराएंगे। इस मामले में कोर्ट ने आरोपियों की पत्नी-मां और बहन समेत एक नाबालिग को बरी कर दिया है।
आपको बता दें 2 अगस्त 2023 को शाहपुरा के कोटड़ी थाना इलाके के एक गांव में 14 साल की नाबालिग सुबह करीब 8-9 बजे मवेशी चराने निकली थी। दोनों भाई कालू और कान्हा उसका मुंह दबाकर भट्ठी के पीछे ले गए और दुराचार किया। दोनों भाई की पत्नी, मां, बहन और एक नाबालिग को दुराचार का पता चल गया। सभी ने चर्चा की कि मामला खुला तो फंस जाएंगे। फिर उसे भट्ठी में जला दिया गया। हालांकि इस घटना के बाद 3 अगस्त को मौके पर फॉरेंसिक टीम (एफएसएल) को बुलाया गया था। टीम के सदस्यों ने भट्ठी से करीब 300 किलोग्राम से ज्यादा राख और कोयला बाहर निकाला। उसे छानने के बाद 6 घंटे तक एक-एक कोयले को छांटकर नाबालिग के हाथ के कई टुकड़ों को ढूंढकर बाहर निकाला गया था। Rajasthan News
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