बाइडेन-मैक्रों ने यूक्रेन-रूस मुद्दे पर की बात
वाशिंगटन (एजेंसी)। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से यूक्रेन (Ukraine Russia Conflict) के मुद्दे पर चर्चा की है। यह जानकारी व्हाइट हाउस ने रविवार को दी। व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा, “राष्ट्रपति जोसेफ आर. बाइडेन, जूनियर ने आज फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ बात की। दोनों नेताओं ने यूक्रेन की सीमाओं पर रूस के सैन्य जमावड़े को लेकर कूटनीति और निवारक प्रयासों पर चर्चा की।
व्हाइट हाउस के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच बातचीत 15 मिनट तक चली। वहीं रूस और यूक्रेन (Ukraine Russia Conflict) के बीच इन दिनों तनाव इतना बढ़ गया है कि स्थिति युद्ध तक आ गई है। अगर रूस और यूक्रेन आपस में टकराते हैं तो इसका खामियाजा पूरी दुनिया को भुगतना पड़ेगा। इसका सबसे ज्यादा असर तेल और गेहूं के बाजार पर पड़ेगा। इसके अलावा यूक्रेन को स्टॉक मार्केट में भी खलबली मच सकती है।
युद्ध की स्थिति में इन देशों का निर्यात बाधित
अगर ब्लैक सी रीजन से गेहूं के व्यापार में किसी भी तरह की बाधा पड़ती है तो इसका प्रभाव पूरी दुनिया पर पड़ेगा। इस समय वैसे भी कोरोना महामारी की वजह से तेल और खाद्य पदार्थों की कीमतों में इजाफा देखा जा रहा है। अगर यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध छिड़ा तो ब्लैक सी में भी सैन्य कार्यवाही या फिर प्रतिबंधों की वजह से इसका असर दिखायी देगा। गेहूं के बड़े निर्यातकों में यूक्रेन, रूस, कजाकिस्तान और रोमानिया की गिनती गेहूं के बड़े निर्यातकों में होती है। युद्ध की स्थिति में इन देशों का निर्यात बाधित हो जाएगा।
यूक्रेन विवाद: युद्ध रोकने की पहल को नाटो का समर्थन
नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने रविवार को कहा कि यूक्रेन (Ukraine Russia Conflict) में चल रहे संकट को हल करने के उद्देश्य से नाटो किसी भी राजनयिक पहल का समर्थन करता है और युद्ध के रोकथाम को प्राथमिकता देता है। स्टोलटेनबर्ग ने कहा,”सबसे महत्वपूर्ण बात यूक्रेन पर नए सशस्त्र हमले को रोकना है। इसलिए हम नाटो सहयोगियों द्वारा राजनीतिक समाधान खोजने के सभी प्रयासों का समर्थन करते हैं और नाटो, रूस के साथ नाटो-रूस परिषद में बैठने के लिए भी तैयार
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