नई दिल्ली (एजेंसी)। लोकसभा अध्यक्ष पद के चयन को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की दुविधा जल्द खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इस परिस्थिति में नवगठित सरकार को ‘कमजोर’ बताते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने रविवार को कहा कि लोकसभा अध्यक्ष के लिए लड़ाई महत्वपूर्ण हो गई है, क्योंकि इसने भारतीय जनता पार्टी को असमंजस में डाल दिया है। Lok Sabha Speaker
संजय राउत ने रविवार को कह, ‘‘यदि भगवा पार्टी को लोकसभा अध्यक्ष का पद नहीं मिलता है तो वह टीडीपी, जेडीयू और एलजेपी जैसी अन्य पार्टियों को तोड़ देगी। तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने भी लोकसभा अध्यक्ष पद की मांग की है, ऐसे में यदि नायडू को अध्यक्ष का पद नहीं मिलता है तो भारत गठबंधन टीडीपी उम्मीदवार नायडू को अध्यक्ष का पद देने के लिए तैयार होगा। ’’
‘‘लोकसभा अध्यक्ष की यह लड़ाई महत्वपूर्ण है”
संजय राउत ने एएनआई से कहा, ‘‘लोकसभा अध्यक्ष की यह लड़ाई महत्वपूर्ण है। इस बार, स्थिति 2014 और 2019 जैसी नहीं है। सरकार स्थिर नहीं है… हमने सुना है कि चंद्रबाबू नायडू ने लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि इंडिया ब्लॉक के सभी सदस्य नायडू की टीडीपी द्वारा मैदान में उतारे गए लोकसभा अध्यक्ष उम्मीदवार को पूरा समर्थन दें।’’ Lok Sabha Speaker
संजय राउत ने कहा, ‘‘यदि चंद्रबाबू नायडू को यह पद नहीं मिलता है तो हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके उम्मीदवार को इंडिया गठबंधन में यह पद मिले।’’
सूत्रों की मानें तो चंद्रबाबू नायडू कथित तौर पर एनडीए के तीसरी बार सत्ता में आने के बाद तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के सांसद को लोकसभा का अध्यक्ष बनाना चाहते हैं। पिछले लोकसभा चुनावों के विपरीत, एनडीए ने भाजपा द्वारा जीती गई सीमित लोकसभा सीटों के साथ सत्ता में वापसी की है। भगवा पार्टी ने बहुमत के आंकड़े से 240 सीटें कम जीतीं। इसलिए, पार्टी ने जेडीयू, टीडीपी आदि सहित एनडीए के अन्य सहयोगियों के समर्थन से सरकार बनाई। Lok Sabha Speaker
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