पेन का आविष्कार लेडिस्लाओ जोस बिरो ने किया
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि पूरी दुनिया में प्रत्येक दिन लाखों लोगों द्वारा प्रयोग किये जाने वाले (बॉल प्वाइंन) पेन का इतिहास लगभग आठ दशक पुराना है। इस पेन का आविष्कार 1931 में लेडिस्लाओ जोस बिरो द्वारा किया गया था, जिनके नाम पर इस पेन को बिरो पेन ...
रोजगार के सपनों के बीच एक देश एक परीक्षा
बीते 19 अगस्त को मोदी सरकार की कैबिनेट ने एक देश एक परीक्षा को मंजूरी दी। अब देखना यह होगा कि सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले करोड़ों युवाओं के लिए यह कितना लाभकारी सिद्ध होगा। शिक्षा और रोजगार का गहरा नाता है। कोरोना के इस कालखण्ड में शिक्षा भी हाशि...
संगीत की धरोहर संभालें
देश के प्रसिद्ध दिवंग्त शहनाई वादक बिसमिल्लाह खान के बनारस वाले पैतृक घर को तोड़ कर वहां कमर्शियल इमारत का निर्माण किया जा रहा है। चाहे यह मामला परिवार का है लेकिन सरकार को आगे आकर इस इमारत को धरोहर के रूप में संभालना चाहिए था। बिसमिल्लाह खान विश्व प्...
क्रांतिकारी गंगू मेहतर से अंग्रेज क्यों खौफ खाते थे?
गंगू मेहतर विट्ठुर के शासक नाना साहब पेशवा की सेना में नगाड़ा बजाते थे। गंगू मेहतर को कई नामों से पुकारा जाता है। गंगू मेहतर को पहलवानी का भी शौक था। जिसकी वजह से उन्हें गंगू पहलवान के नाम से भी पुकारा जाता था। सती चौरा गांव में इनका पहलवानी का अखाड़ा ...
अब बेटियां बराबर की हकदार
सर्वोच्च न्ययालय ने महिलाओं के हक में बड़ा निर्णय दिया है। इस फैसले से चारों ओर खुशी की लहर है। न्यायालय ने कहा है कि पिता की पैतृक संपत्ति में बेटी का बेटे के बराबर का हक है, थोड़ा भी कम नहीं। कोर्ट ने कहा कि बेटी जन्म के साथ ही पिता की संपत्ति में बर...
सफाई बने जीवन का अटूट अंग
सफाई रखने में मध्यप्रदेश ने एक बार फिर बाजी मारी है। राज्य का शहर इंदौर पूरे देश में लगातार चौथी बार पहले नंबर पर आया है। वैसे पहले साफ 20 शहरों में मध्यप्रदेश के 4 शहर हैं लेकिन चंडीगढ़ जैसे साफ व सुंदर शहर को भी मध्यप्रदेश ने पीछे छोड़कर नई मिसाल काय...
वो प्रधानमंत्री, जिसे कभी संसद में बोलने का मौका नहीं मिला
भारत के 5वें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने आज ही के दिन 1979 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। उनका जन्म 23 दिसंबर, 1902 को यूनाइटेड प्रोविंस के नूरपुर गांव में, जो अब उत्तर प्रदेश है, में हुआ था। वो सन 1937 में विधानसभा के सदस्य चुने गए थे। उ...
अमेरिका में इतिहास रचने की तैयारी
तीन नवंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव की बिसात बिछ चुकी है। मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मुकाबला दो बार उपराष्ट्रपति रह चुके डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन के साथ है। हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते चुनावों में वह ...
पाक की जिद्द और नामोशी
कश्मीर के मामले में पाकिस्तान की जिद्द ही उसकी बदनामी का कारण बन गई है। संयुक्त राष्ट्र से लेकर मुस्लिम देशों के संगठन आर्गेनाईजेशन आॅफ इस्लामिक में पाकिस्तान को कोई मुंह नहीं लगा रहा। ताजा मामला सऊदीअरब का है। पाकिस्तान के साथ इससे बुरा क्या हो सकता...
दुनिया की सबसे बड़ी बिल्ली है ‘ओमार’
विश्व में कुछ ऐसी बिल्लियां है जो 32 फीट ऊँची इमारत से नीचे कंक्रीट पर गिर कर भी बच चुकी है। बिल्लियों के समूह को क्लैडर कहा जाता है। इनमें 20 से अधिक मांसपेशियां होती हैं जो उनके कानों को नियंत्रित करती हैं। वे अपने जीवन का 70% समय सोने में बिताती ह...
मुस्लिम दुनिया में खिंच गई तलवारें
इज्ररायल और यूएई के बीच हुए कूटनीतिक समझौते से मुस्लिम दुनिया में तलवारें खिंच गई हैं। मुस्लिम आतंकवादी संगठन, इस्लामिक संगठन, मुस्लिम देश सभी तलवारें भांज रहे हैं। यह कहने से चूक नहीं रहें हैं कि यूएई ने दुनिया के मुसलमानों के साथ धोखा किया है, उस इ...
फेसबुक की निष्पक्षता
सोशल मीडिया के सबसे बड़े स्तंभ फेसबुक की निष्पक्षता पर अमेरिकी समाचार पत्र वॉल स्ट्रीट ने सवाल खड़े किये हैं। समाचार पत्र का दावा है कि फेसबुक ने भारतीय नेताओं के नफरत फैलाने वाले बयान नहीं हटाए। समाचार पत्र ने इस संबंधी तेलंगाना के एक भाजपा नेता का हव...
बाढ़ की विभीषिका
प्रिय देशवासियों! आप जितना भला बुरा कह सकते हो कह डालो। कोरोना महामारी तेजी से बढ़ती जा रही है, चीन ने लद्दाख में घुसपैठ की है तथा कांग्रेस और भाजपा के बीच राजस्थान में द्धंद्ध चल रहा है। भला बुरा कहने से यदि हमारी समस्याओं का समाधान हो जाता तो हमें क...
मीडिया का सबसे बड़ा एडिटर
पत्रकारिता की दुनिया में जोसेफ पुलित्जर का नाम बहुत आदर के साथ लिया जाता है। इनका जन्म 10 अप्रैल 1847 को हंगरी में हुआ था। जब वह हंगरी से अमेरिका 1864 में आए तो उनके पास न तो पैसे थे, न जान-पहचान और सबसे बड़ी बात उन्हें अंग्रेजी बोलनी तक नहीं आती थी। ...
राजनीतिक खींचतान में जनता का नुकसान
आखिर एक माह बाद राजस्थान की कांग्रेस सरकार का संकट समाप्त हो गया है। दिग्गज नेता मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस संकट को टालने में सफल रहे हैं और विजेता बनकर उभरे हैं। पार्टी में दूसरे गुट सचिन पायलट ने बिना किसी मांग के सुलह कर ली है। कांग्रेस के लिए यह स...