बॉलीवुड में भी हो डॉप टैस्ट
सुशांत राजपुत की मौत का मामला नेशनल टेलीविजन पर आज भी छाया हुआ है। नेपोटिज्म से लेकर ड्रग्स, पैसा, शौहरत न जाने क्या-क्या कारण सुशांत की मौत के पीछे बताए जा रहे हैं। मामले में काफी मोड़ आए, मुंबई पुलिस, बिहार पुलिस और आखिरकार अब देश की सबसे बड़ी जांच ए...
बैंक अर्थव्यवस्था को पुर्नजीवित कर पाएंगे?
बैंकिंग क्षेत्र की स्थिति को समझना कठिन है। कोरोना महामारी फैलने से महीनों पहले अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही थी और यह वित्तीय वर्ष अर्थव्यवस्था के लिए उत्साहजनक नहीं रहने वाला है किंतु बैंकिंग क्षेत्र को प्राथमिकता दिए जाने की आवश्यकता है और ...
ब्रिटेन की संसद में गूंजने वाले दादाभाई नौरोजी
1892 में ब्रिटेन के संसद में एक भारतीय चुनकर पहुंचा। ये कैसे हुआ? इस ऐतिहासिक घटना का आज के दौर में क्या महत्व है? दादाभाई नौरोजी (1825-1917) की पहचान सिर्फ इतनी ही नहीं है कि वह ब्रिटेन के हाउस आॅफ कॉमन्स में पहुंचने वाले एशिया के पहले शख्स थे। महात...
फेसबुक का प्रसार व पक्षपात
देश की राजनीति में फेसबुक की भूमिका की चर्चा होनी एक महत्वपूर्ण घटना है, जिसने राजनीतिक विशेषज्ञों को भी असमंजस में डाल दिया है। दरअसल 2014 के लोक सभा चुनावों के दौरान सोशल मीडिया की चर्चा पहली बार हुई थी। इससे पूर्व केवल प्रिंट मीडिया और इलैक्ट्रोनि...
पहली बार पांच रत्नों को मिले ‘खेल रत्न’ पुरस्कार
एक जमाना था, जब हम बचपन में सुनते थे, ‘खेलोगे कूदोगे, बनोगे खराब। पढ़ोगे लिखोगे, बनोगे नवाब।’ लेकिन आज खेलों की दुनिया कैरियर को लेकर भी पूरी तरह बदल चुकी है। खेल अब महज खेल नहीं रह गए हैं बल्कि कैरियर का बेहतरीन विकल्प बनकर उभर रहे हैं। विभिन्न खेल स...
जोंक से उपचार की विधि ‘जलौकावचारण’
आपने अकसर देखा होगा कि नमक को खुले में रखने से कुछ दिन के बाद वो चिपचिपा हो जाता है और इसी हाल में रहने पर पूरी तरह से पिघल जाता हैं। ये ऐसा इसलिए होता है कि नमक हवा से नमी (हवा में घुली पानी की भाप) सोख लेता हैं। जब तक नमक में नमी की मात्रा कम रहती ...
चीन की ओर से बढ़ा खतरा
भारत-चीन दरम्यां चल रहे तनाव व कमांडर स्तर पर अन्य कई तरह की बातचीत के बावजूद चीन-भारत के साथ लुका छिपी का खेल खेल रहा है। चीन की धोखेबाजी एक बार फिर से साबित हुई है। दो दिन पहले चीनी सेना की ओर से लद्दाख में पैगों झील के उस क्षेत्र पर कब्जा करने की ...
देश की राजनीति का स्तंभ
देश के पूर्व राष्टÑपति प्रणब मुखर्जी दुनिया को अलविदा कह गए हैं लेकिन वे अपनी राजनीतिक जिंदगी की एक अमिट छाप छोड़ गए हैं जो आज के राजनेताओं के लिए प्रेरणा भी है और चुनौती भी। कभी जिस कांग्रेस पार्टी ने उनको पार्टी से निकाल दिया था, उसी पार्टी में उन्ह...
अंतत: मेधा जीती, कोविड हारा
अंतत: देश की बड़ी अदालत ने यूजी और पीजी के अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को लेकर अपना ‘सुप्रीमो’ फैसला सुना दिया है। फाइनल ईयर के हर स्टुडेंट्स को एग्जाम में बैठना होगा। हालांकि देश की करीब 800 यूनिवर्सिटीज में से 290 में फाइनल ईयर की परीक्षाएं कराई जा चुकी...
वीर हनूत ने युद्ध में दुश्मनों के उड़ा दिये थे 48 टैंक
राजस्थान की मिट्टी ने जहां महाराणा प्रताप और वीर दुर्गादास जैसे वीरों को जन्म दिया है, वहीं भक्त शिरोमणि मीराबाई की भी जननी है। वीर हनूत सिंह में राजस्थानी मिट्टी के दोनों गुण थे। इन्हीं की अगुवाई में पूना हॉर्स रेजीमेंट ने वर्ष 1965 तथा 1971 के भारत...
एलआईसी: ‘जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी’
भारत की पहली जीवन बीमा कम्पनी का नाम ओरियंटल लाइफ इंश्योरेंस था। ‘जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी’ की असरदार टैगलाइन के साथ देश के लाखों लोगों को बीमा की सेवाएं देने वाले भारतीय जीवन बीमा निगम की स्थापना 64 साल पहले एक सितंबर के दिन ही की गई थी। भ...
महंगा पड़ा पुतिन का विरोध
रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर विरोधी व प्रमुख विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी को जहर दिये जाने का मामला सामने आया है। एलेक्सी को पिछले दिनों बेहोशी की हालात में साइबेरिया के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस वक्त वो कोमा में है। कहा जा ...
न्यायपालिका व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
आखिर सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना के मामले में प्रसिद्ध वकील प्रशांत भूषण को एक रुपए का जुर्माना लगाकर मामला निपटा दिया है। प्रशांत भूषण ने भी जुर्माना भरना स्वीकार कर अदालत के सम्मान को बरकरार रखा है। फैसले को लेकर उनके यह शब्द बड़े अहम हैं, सुप्रीम कोर्...
चीन की पैंतरेबाजी
भारत-अमेरिका के साथ तनावपूर्ण संबंधों के बीच चीन ने तिब्बत में अपनी स्थिति को मजबूत दिखाने का प्रयास किया है। प्रधानमंत्री शी जिनपिंग ने आधुनिक समाजवादी तिब्बत बनाने की घोषणा की है। इस घोषणा से चीन का यह डर झलक रहा है कि कहीं तिब्बती अलगाववाद की लहर ...
वायु प्रदूषण के कहर से घटती जीवन प्रत्याशा
वायु प्रदूषण का प्रभाव मानव शरीर पर निरन्तर घातक होता जा रहा है। वर्ष 1990 तक जहां 60 फीसदी बीमारियों की हिस्सेदारी संक्रामक रोग, मातृ तथा नवजात रोग या पोषण की कमी से होने वाले रोगों की होती थी, वहीं अब हृदय तथा सांस की गंभीर बीमारियों के अलावा भी बह...