आर्थिक समृद्धि की बजाय खुशी को बढ़ावा मिले
आज स्वीडन, डेनमार्क, नार्वे, भूटान जेसे देश अपने नागरिकों में खुशी को महत्व दे रहे हैं न कि आर्थिक समृद्धि या भौतिक संसाधनों को इक्ट्ठा करने की होड़ है। इधर भारत में किसान आत्महत्याओं का राष्टÑीय सरकार, प्रांतीय संस्थाएं व समाज विज्ञानी कोई हल नहीं खो...
नोबेल पुरुस्कार जीतने वाला पहला दंपति
नोबेल पुरस्कार का सम्मान किसी भी वैज्ञानिक का सपना होता है। और अगर जीवनसाथी को भी साथ में ही यह सम्मान हासिल हो तो बात ही क्या है। ऐसा ही हुआ था आज के दिन 1947 में पहली बार। गेर्टी कोरी और उनके पति कार्ल कोरी पहले ऐसे दंपति थे, जिन्हें 23 अक्टूबर 194...
आबादी घटने के भयावह संकेत
भारतीय आबादी के सिलसिले में नमूना पंजीकरण प्रणाली एसआरएस की सांख्यिकीय रिपोर्ट-2018 ने देश में आबादी घटने के भयावह संकेत दिए हैं। इस सर्वेक्षण के आधार पर 2018 में एक मां की उसके जीवन काल में प्रजनन दर 2.2 आंकी गई, लेकिन इस दर में गिरावट के चलते वह दि...
प्रजनन के बाद अपने पंख गिरा देता है मोर
जंगलों में मौजूद मोर विभिन्न शिकारियों और कठोर मौसम से लगातार जोखिम में हैं, जो उनके समग्र जीवनकाल को लगभग 20 साल या अधिक तक सीमित करता है। हालांकि, मोर जो चिड़ियाघर या अन्य नियंत्रित वातावरण में हैं, वे 40 साल तक जीवित रहते हैं। मोर पानी में प्रवेश न...
पंजाब में विपक्ष का विरोध हैरानीजनक
देश के इतिहास में यह पहली बार हुआ कि किसी बिल पर विपक्षी दल द्वारा सरकार को समर्थन देने के कुछ घंटों बाद उसे गलत करार देकर कोसना शुरू कर दिया हो। पंजाब में इन दिनों कृषि कानूनों व किसान आंदोलन को लेकर खूब नाटक हो रहा है। गत दिवस पंजाब विधानसभा में पं...
अपराधी बने नेता: पार्टियां दे रही सुपारी
हम छोटे-मोटे चोरों को फांसी की सजा दे देते हैं और बडे अपराधियों को सार्वजनिक पदों के लिए चुन लेते हैं। यह तथ्य भारत की कटु सच्चाई को उजागर करता है। एक सांसद और विधायक का बिल्ला माफिया डॉनों, कातिलों और अपराधियों के लिए एक रक्षा कवच का कार्य करता है त...
पंजाब सरकार के कृषि बिल बनाम कृषि संकट
पंजाब सरकार ने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव लाकर तीनों बिल विधानसभा में पेश किए। पंजाब सरकार के इन बिलों का सबसे बड़ा फैसला गेहूँ व धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम.एस.पी) पर फसल की खरीद का आधार कानूनी बनाना है। एमएसपी से कम रेट पर खरीद ...
पराली का छग मॉडल बदलेगा किसानों की किस्मत
पराली को लेकर आधे अक्टूबर से दिसंबर और जनवरी के शुरू तक बेहद हो हल्ला होता है। व्यापक स्तर पर चिंता की जाती है, किसानों पर दंड की कार्रवाई की जाती है। बावजूद इसके समस्या जस की तस है। सच तो यह है कि जिस पराली को बोझ समझा जाता है वह बहुत बड़ा वरदान है। ...
मेक अमेरिका ग्रेट अगेन नारे पर सवार ट्रंप
अरविंद जयतिलक ट्रंप सरकार ने एक कर कटौती पारित भी की लेकिन उसका सर्वाधिक फायदा धनिकों को मिला। ट्रंप ने नैतिक मूल्यों की दुहाई देते हुए प्रशासन में पारदर्शिता और ईमानदारी को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान किया था। वाशिंगटन डीसी में फैले भ्...
‘पंजाब का पेरिस’ कहलाता है, बगीचों का शहर कपूरथला
ब्रिटिश काल में भारत की एक बड़ी रियासत रह चुका कपूरथला पंजाब राज्य का एक खूबसूरत शहर है, जिसकी शानदार वास्तुकला को देखते हुए इसे 'पंजाब का पेरिस' भी कहा जाता है। शहर में मौजूद प्राचीन संरचनाएं और गार्डन इंडो-सारसेन और फ्रेंच वास्तुकला के अनूठे उदाहरण ...
राजनीतिज्ञों के लिए नहीं है कोरोना के नियम!
बिहार में विधानसभा चुनावों को लेकर प्रचार तेज हो गया है। चुनावों की घोषणा के दौरान जिस तरह चुनाव तीन चरणों में करवाने कोरोना के नियमों की पालना करते हुए करने की बात कही गई थी वह सब बातें हवा होती दिखाई दे रही हैं। बिहार में हो रही चुनावी रैलियों को द...
खगोल शास्त्र में नोबेल पुरुस्कार विजेता चंद्रशेखर
आज भारत के महान खगोलशास्त्री सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर का जन्मदिन है। सुब्रह्मण्यम चंद्रेशेखर को खगोलशास्त्र के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए 1983 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने अपने चाचा सीवी रमण की राह पर चलते हुए नोबेल पुरस्कार...
जातीय संघर्ष: मैं दलित हूं तुम कौन हो?
हमारे राजनेताओं द्वारा लगभग तीन दशक पूर्व जातिवाद के जिस जिन्न को पिटारे से खोला गया था वह उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में फिर से अपने जहरीले फन फैलाने लगा है और इसका केन्द्र में भाजपा पर क्या प्रभाव पडेगा। उत्तर प्रदेश में पहले ही इस जातिवाद ...
जम्मू-कश्मीर में सेना का काबिले तारीफ कदम
गत दिवस जम्मू-कश्मीर में एक मुकाबले दौरान सुरक्षा बलों ने एक युवक को आतंकवाद की दलदल से बाहर निकालकर समाज की मुख्य धारा में शामिल किया। युवक अपने पिता के गले लगकर बहुत रोया। यह सुरक्षा कर्मियों की सूझ-बूझ और दमदार रणनीति का कमाल है कि ऐसी नाजुक स्थित...
अगस्त प्रस्ताव के खिलाफ गांधी जी का निजी सत्याग्रह
व्यक्तिगत सत्याग्रह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा सन 1940 में प्रारम्भ किया गया था। लिनलिथगो प्रस्ताव/अगस्त प्रस्ताव से गांधीजी संतुष्ट नहीं होने के कारण कांग्रेस ने अगस्त प्रस्ताव को पूर्णत: अस्वीकार कर दिया तथा गांधी जी के नेतृत्व में व्यक्तिगत ...