जगी शिक्षा के सुचारू होने की उम्मीद
संपादकीय : प्रकाश सिंह
पूरा वर्ष 2020, कोरोना से लड़ते गुजर गया, बिजनेस व्यापार के बाद कोरोना का सबसे बुरा असर शिक्षा पर पड़ा। स्कूल-कॉलेज बंद होने की वजह से 2020 में वार्षिक परिक्षाएं (Annual examinations) नहीं हो सकी। शिक्षा बोर्डों (Boards) व विश...
पारिस्थितिकी तंत्र और जीवन श्रृंखला की कहानी
नरपत दान चरण, पर्यावरण विशेषज्ञ
पर्यावरण (Environment) में हर जीव-जंतु, पेड़-पौधे का जीवन एक दूसरे पर आश्रित (Dependent) है। सभी से जुड़ी हुई एक जीवन श्रंखला है। लेकिन जब यह श्रंखला टूट जाती है, तो किस कदर जीवन संकट में पड़ जाता है। इसे एक कहानी से स...
आशा और उम्मीदों से भरा हो नया साल
आर्थिक मोर्चे के बाद राजनीतिक फ्रंट पर भी नये साल में बहुत कुछ होगा। देश के पांच राज्यों में इस साल विधानसभा चुनाव होंगे। तमिलनाड, पश्चिम बंगाल, केरल, असम और पुडुचेरी वो पांच राज्य हैं जहां विधानसभा चुनावों के लिए छह महीने का समय बमुश्किल बाकी है। अप...
क्यों नहीं पुलिस सुधारों की फिक्र
प्रकाश सिंह
देश भर में पुलिस द्वारा आम नागरिक से ज्यादती (Misbehavior) की खबरें आए दिन चर्चा का विषय बनती है, लेकिन पुलिस की कार्यशैली व प्रशासनिक सुधारों की किसी को फिक्र नहीं है। ताजा मामला केरल में एक दलित किशोर को उसके माता-पिता (Pa...
जनता अपनी सोच सदैव जागरूक एवं सक्रिय रखे
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों विदेश गए हुए हैं। इस वक्त देश में यहां किसान आंदोलन चल रहा है वहीं कांग्रेस पार्टी में नए अध्यक्ष व पुराने नेताओं को लेकर चर्चाएं हैं। भाजपा इसे भुनाने की पूरी कोशिश में और अपने नेताओं को छुट्टी नहीं लेन...
बंगाल में ‘चाणक्य बनाम चाणक्य’
पश्चिम बंगाल में निकट भविष्य में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर राज्य में 'राजनैतिक तापमान ' बढ़ता ही जा रहा है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जिन्हें 'बंगाल की शेरनी' भी कहा जाता है, अपने अकेले दम पर न केवल बंगाल की सत्ता पर दशकों तक काबिज रही...
2020: संपूर्ण दुनिया लॉकडाउन में, आगे कठिन राह
वर्ष 2020 का विदाई गीत किस प्रकार लिखें। ढोल नगाडे बजाएं? नई आशाओं, सपनों और वायदों के पंखों पर सवार होकर वर्ष 2021 का स्वागत करें? या पिछले 12 महीने से चले आ रहे निराशा के वातावरण में ही जीएं जिसके थमने के कोई आसार नहीं हैं? नि:संदेह वर्ष 20...
निजी अहंकार से ऊपर हों देश के मुद्दे
कल 29 दिसंबर को किसान-सरकार वार्ता के लिए किसानों ने अपना चार सूत्रीय एजेंडा तैयार कर लिया है। किसान चाहते हैं कि सरकार तीनों कृषि बिलों को खत्म करने वाली क्रियाविधि स्पष्ट करे, न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनन गारंटी दे, धान की पराली जलाए जाने पर लगने...
मानवता के लिए वरदान सतगुरू जी के पवित्र वचन
सत्संग की महिमा
भक्ति मार्ग से संबंधित श्री राम चन्द्र जी फरमाते हैं कि भक्ति स्वतंत्र है। इसे किसी भी प्रकार के सहारे की आवश्यकता नहीं है। भक्ति सब सुखों का खजाना है, लेकिन इस पवित्र भक्ति को मनुष्य बिना सत्संग (बिना संत-महात्मा की संगत) के प्राप्त...
गरीबों और किसानों की परवाह कौन करे?
ऐसे समय पर जब किसान आंदोलन जारी है और संपूर्ण विपक्ष उनका समर्थन कर रहा है, सरकार द्वारा हठधर्मिता अपनाना दुर्भाग्यपूर्ण है। यही नहीं इससे देश के लाखों किसानों को यह संदेश जा रहा है कि सरकार की प्राथमिकता में उनका कोई स्थान नहीं है और इसके बजाय सरकार...
जुगाड़: कसरत के साथ-साथ गेहूं पिसाई भी
इसके बनने के बाद अब मोहल्ले के लोग भी गेहूं पिसाने के लिए इनके पास आते हैं। इंजीनियर मनदीप तिवारी का कहना है कि हमने एक आटा चक्की बनाई है
भावी पीढ़ी को मिले समृद्ध व ईमानदार भारत
पूर्व प्रधानमंत्री व मदन मोहन मालवीय की जयंती पर देश में सुशासन दिवस मनाया गया है, लेकिन सुशासन है नहीं यहां सिर्फ एक अपराध चोरी पर ही नजर डाल लेते हैं। पूरे देश में चोर हर वर्ष करीब दस हजार करोड़ रूपये की मूल्यवान वस्तुएं जिनमें ज्वैलरी, नगदी, इलेक्ट...
क्वॉड पर रूसी चिंताओं को दूर करे भारत
अमेरिका व रूस के साथ एक साथ संबंध कायम रखने में भारत को आगे परेशानियां आने वाली हैं। रूस, भारत का बहुत लंबे वक्त तक व विश्वस्त सहयोगी रहा है। आज भी रूस भारत के लिए चीन के साथ विवादों में अहम मध्यस्थ है। 1962 से लेकर डोकलाम विवाद हो या लद्दाख में चीनी...
क्या पार्टी में बदलाव की लहर चलेगी?
सोनिया पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष हैं। उनकी उम्र बढ रही है। राहुल अनिश्चित नेता हैं जिनमें विश्वसनीता का अभाव है और प्रियंका के साथ वाड्रा उपनाम जुडा हुआ है। वस्तुत: कांग्रेसी नेता गुपचुप रूप से सोनिया के इरादों पर हर कीमत पर अपने बेटे को बचाने की नीति...
ओली को ले डूबा सत्ता का गुरूर
नेपाल हमेशा भारत को बिग ब्रदर मानता रहा है, लेकिन कोविड-19 के दौरान नेपाल के प्रधानमंत्री ओली की बोली जहरीली ही रही तो रीति और नीति भी एकदम जुदा। ओली अपने आका ड्रैगन के इशारे पर साम, दाम, दंड और भेद की नीति का अंधभक्त की मानिंद अनुसरण करते रहे। भारत ...