एशिया: सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज थी फातिमा
30 अप्रैल, 1927 को फातिमा बीवी, जो पूर्ववर्ती राज्य त्रवंकोर (अब केरल) के पत्तनम्तिट्टा में अन्नवीतिल मीरा साहिब और खदीजा बीवी के यहां पैदा हुई। फातिमा ने त्रिवेंद्रम लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई की। दूसरे वर्ष में फातिमा सहित केवल तीन ही लड़कियां रह गयी...
शराब की बिक्री समाज पर कलंक
विज्ञान के नजरिये से शराब स्वास्थ्य को बर्बाद करती है। आर्थिक व सामाजिक तौर पर भी शराब तबाही ही लाती है
संडे मोटिवेशनल: यही तो हैं सार्थक जीवन की राहें
ऐसा व्यक्ति शायद ही कोई मिले जिसे जीवन में किसी भी प्रकार के कष्ट नहीं झेलने पड़े हों। कुछ पाकर खो देने का डर, कुछ न पा सकने का भय, जिन्दगी के पटरी से उतर जाने की चिन्ता- जिन्दगी इन्हीं छोटी-छोटी चिन्ताओं और ऐसे छोटे-छोटे डरों से घिरी रहती है। एक नहीं...
बहुआयामी प्रतिभा के धनी डॉ. भीम राव अंबेडकर
डा. अंबेडकर सिर्फ हिंदू समाज में व्याप्त कुरीतियों और सामाजिक भेदभाव के ही विरोधी नहीं थे बल्कि वे इस्लाम धर्म में व्याप्त बाल विवाह की प्रथा और महिलाओं के साथ होने वाले दुर्व्यवहार के भी कटु आलोचक थे। उन्होंने लिखा है कि मुस्लिम समाज में तो हिंदू सम...
आपराधिक लापरवाही का तबाही बनना!
देश में एक के बाद एक डरावने, भयानक, त्रासद एवं वीभत्स अग्निकांड हो रहे हैं, जो असावधानी एवं लापरवाही की निष्पत्ति होते हैं। एक अग्निकांड दिल्ली के करोलबाग स्थित होटल अर्पित में मंगलवार की भोर में हुआ, जहां 17 लोगों की जान चली गयी है। इस अग्निकांड की ...
सत्संग से बदली कुख्यात डाकू मोहर सिंह की जिंदगी
कभी मध्यप्रदेश के बीहड़ के जंगल में उसकी बंदूक का ही कानून चलता था। किसी की हिम्मत नहीं थी कि उसके हुक्म को कोई टाल सके। 150 के करीब डाकूओं का सरदार मोहर सिंह पुलिस के लिए खौफ बना हुआ था। आखिर वह जब इस अपराध की दुनिया से बाहर आया तो नेकी का रंग भी उस ...
मुद्दा गायब, राजनीति चमकी
फिल्मी अभिनेता सुशात सिंह राजपूत की मौत का मामला इतना पेचीदा हो गया है कि मूल मुद्दा जो पुलिस या किसी अन्य जांच एजेंसी की जांच से सुलझना थी, जो अब नजर ही नहीं आ रहा है। यह कहना भी गलत नहीं होगा कि वह समय दूर नहीं जब राजनीतिक पार्टियां चुनावों में अपन...
राष्ट्रपति शासन की संवैधानिक व्यवस्था
राष्ट्रपति शासन से जुड़े प्रावधान संविधान के अनुच्छेद 356 में दिए गए हैं। आर्टिकल 356 के मुताबिक राष्ट्रपति किसी भी राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा सकते हैं यदि वे इस बात से संतुष्ट हों कि राज्य सरकार संविधान के विभिन्न प्रावधानों के मुताबिक काम नहीं कर...
जीते को चांदी, हारने वाले को सोना
सन् 1956, नोहर, हनुमानगढ़ (राजस्थान)। बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज नोहर (राजस्थान) में सेठ दुली चंद के घर सत्संग फरमाने के बाद गांव ननेऊ जिला हनुमानगढ़ पहुंचे। वहीं साध-संगत ने शहनशाह जी का भव्य स्वागत किया। पूजनीय शाह मस्ताना जी महाराज की ओर से बनाई ...
सद्भावना से हो राम मंदिर के मुद्दे का समाधान
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण करने के मामले में सभी राजनीतिक दलों को तीन माह में मामला सुलझाने के लिए कह दिया है। परिस्थितियों के अनुसार अदालत का फैसला न केवल ठीक है बल्कि यह देश की सद्भावनापूर्ण संस्कृति पर केंद्रित है।
1992 में...