रिश्वतखोरी में जकड़ता भारत
राष्ट्रमंडल खेल घोटाला, आदर्श घोटाला, घोटाला ही घोटाला, भ्रष्टाचार चिंता का विषय बनता जा रहा है। लेकिन अब उस चिंता में संजीदगी नजर नहीं आती। जो भ्रष्टाचार से प्रभावित होते हैं, उनके लिए भी भ्रष्टाचार कोई गंभीर चिंता का विषय नहीं, क्योंकि अवसर मिलने प...
बाल विवाह निरोधक अधिनियम तय करता है शादी की उम्र
23 सितंबर 1929 को बाल विवाह प्रतिबन्ध अधिनियम, 1929 इम्पीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल आॅफ इंडिया में पारित हुआ। लड़कियों के विवाह की आयु 14 वर्ष और लड़कों की 18 वर्ष तय की गई जिसे बाद में लड़कियों के लिए 18 और लड़कों के लिए 21 कर दिया गया। इसके प्रायोजक हरवि...
भिखारी मुक्त अभियान में अदालती रोड़ा
भिखारियों के पक्ष में कोर्ट ने फैसला सुनाकर उन्हें बड़ी राहत दी है। फैसले के बाद भिखारी मुक्त समाज के लिए की जा रही पहल को भी धक्का लगा है। दरअसल पूरे देश में भिखारियों को हटाने को लेकर हर स्तर पर एक बड़ी बहस छिड़ी हुई। सभी केंद्र शासित उपप्रदेशों के मु...
अंग्रेजी की गुलामी से कब मिलेगी आजादी?
त्रिभाषा फॉमूर्ले से केन्द्रीय सरकार पीछे हट गई। कारण सर्वविदित है। दक्षिण के राज्यों में अति विरोध के स्वर सामने आये, कहीं तमिल तो कहीं कन्नड़ पर हिन्दी थोपने के आरोप लगे, आरोप लगाने वाले वही राजनीतिज्ञ थे, वही समूह थे जो अंग्रेजी की गुलामी मानसिकता ...
सड़क पर अराजकता के जिम्मेवार कौन?
दिल्ली में जितने वाहन पंजीकृत हैं प्रतिदिन लगभग उतने ही पड़ोसी राज्यों से आते हैं। कहने को दिल्ली में एक से बढ़कर एक फ्लाइओवर हैं। चौड़ी सड़कें हैं। आउटर रिंग रोड पर ऐलिवेटेड रोड हैं। हर चौराहे पर यातायात नियंत्रित करने के लिए रेड लाइट की व्यवस्था है लेक...
स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख सेनानियों में एक थे गुलाम अब्बास
जाहिद खान
फिल्म निर्माता, निर्देशक, कथाकार, पत्रकार, उपन्यासकार, पब्लिसिस्ट और देश के सबसे लंबे समय तकरीबन बाबन साल तक चलने वाले स्तंभ ‘द लास्ट पेज’ के स्तंभकार ख्वाजा अहमद अब्बास उन कुछ गिने चुने लेखकों में से एक हैं, जिन्होंने अपने लेखन और फिल्मों...
डाकघर, नहीं डाक भुगतान बैंक कहिए जनाब!
आखिरकार वह दिन आ ही गया है, जब हमारे आस-पड़ोस का छोटा सा डाकघर, बड़े बैंक के सभी काम करेगा। इस डाकघर से लोग बैंकों की तरह पैसों और दीगर आर्थिक गतिविधियों का संचालन करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 1 सितंबर को इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक यानी आइ...
ट्रम्प की जीत से उम्मीदें बढ़ी
अमेरिका में चुनाव सर्वे को पलटते हुए रिपब्लिकशन नेता डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रपति पद का चुनाव काफी बड़े अंतर से जीत लिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति का यह चुनाव दुनियाभर के लोगों में बेहद दिलचस्प रहा। खासकर आंतकवाद व अमेरिका की अर्थव्यवस्था ऐसे मुद्दे बने ...
विरोधियों को नसीहत
आखिर माननीय राष्ट्रपति को ही संसद में हंगामा करने वाले विरोधी दलों को नसीहत देनी पड़ी। आम दिनों में भी विपक्ष के लोग संसदीय मर्यादाओं का हनन करते रहते हैं, जो बार-बार संसद की कार्रवाई में व्यवधान का कारण बनती है और बहुत बार संसद को ठ΄प कर दिया जाता है...
शासकीय विद्यालयों की व्यथा कथा
प्रत्येक वह नाम बर्बाद है जिसके पूर्व शासकीय शब्द प्रयुक्त होता है यथा शासकीय चिकित्सालय, शासकीय भवन, शासकीय वाहन, शासकीय सड़क आदि-आदि इन्ही नामों की कड़ी में एक नाम है शासकीय विद्यालय।
शासकीय विद्यालय अर्थात् नि:शुल्क शिक्षा केन्द्र। शिक्षा का अधिकार...