सस्ते हुए तेल का भंडारण जरूरी
पूरी दुनिया में कच्चा तेल वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं की गतिशीलता का कारक माना जाता है। ऐसे में यदि तेल की कीमतों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, तो इसका प्रत्यक्ष कारण है कि दुनिया में औद्योगिक उत्पादों की मांग घटी है। इस मांग का घटना इस बात का संकेत है कि समूचे विश्व पर मंदी की छाया मंडरा रही है।
मध्यप्रदेश की राजनीति में तीसरी ताकत का उभार
परम्परागत रूप से मध्यप्रदेश की राजनीति दो ध्रुवीय रही है। अभी तक यहां की राजनीति में कोई तीसरी ताकत उभर नहीं सकी है।हमेशा की तरह आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान भी मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इस बार यह मुकाब...
MSG Incarnation Day: जानिए ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ नारा कब हुआ मंजूर
MSG Incarnation Day: आप जी का अपने पूर्ण मुर्शिद पर अटूट विश्वास बन गया। आप जी अपने मुर्शिद खुद-खुदा सतगुरु के नूरी जलाल को कण-कण में प्रत्यक्ष देखते। अपने प्यारे प्रीतम मुर्शिद के नूरी जलाल में मिलकर आप जी खुद भी नूरे-जलाल बन गए। आप जी हर वक्त अपने ...
स्वच्छ पर्यावरण से दूर होता मानव समाज
चिकित्सा जगत की चर्चित पत्रिका 'द लांसेट' ने हाल ही में प्रदूषण से संबंधित हैरान करने वाले दो तरह के आंकड़े जारी किये हैं। पत्रिका की पहली रिपोर्ट के मुताबिक, भारत साल 2015 में प्रदूषण से हुई मौतों के मामले में 188 देशों की सूची में पांचवें स्थान पर र...
सेना के नाम पर राजनीति ठीक नहीं
इस बार के लोकसभा चुनाव में सेना की चर्चा जोरों पर है। इससे पहले सेना का इतना ज्यादा प्रचार कभी नहीं हुआ। सेना का सम्मान अपनी जगह है और सेना के चुनावी चर्चे एक नकारात्मक है। भारतीय सेना ने ब्रिटिश कार्यकाल के समय से ही बहादुरी की अनगिनत मिसालें पेश की...
धीमे-धीमे दम घोंटता है धूम्रपान
वैसे तो हम सब बचपन से ही पढ़ते-सुनते आए हैं कि धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है और शरीर में कैंसर तथा कई अन्य बीमारियों को जन्म देता है लेकिन इसको जानने-समझने के बाद भी जब हम अपने आस-पास किशोरवय बच्चों को भी धूम्रपान करते देखते हैं तो स्थिति...
बेकार की लड़ाई
युद्ध से शांतिप्रियता अधिक अच्छी है। इस लिए व्यक्ति को शांति और सुखपूर्वक जीवन जीने में विश्वास करना चाहिए।'
मौसम का कसूर नहीं सब मानवीय भूलें
इस बार मानसून अच्छा है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार इस साल अनुमान से अधिक बरसात हो सकती है। जिसकी शुरुआत हो भी चुकी है। उत्तर भारत व दक्षिण में लगभग सभी राज्य बरसात से भीग रहे हैं। किसानों के लिए यह वरदान है। लेकिन भारत की बढ़ती शहरी आबादी व प्राकृतिक ...
बिहार चुनाव: नीतिश का घटा कद
बिहार चुनाव के नतीजे आ-जा रहे हैं। एनडीए तीसरी बार सरकार बनाती दिख रही है। पर इस बार नीतीश कुमार का कद कमजोर हो रहा है। भाजपा को राज्य में 2015 से भी ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं, जिसे 2015 में 53 सीटें मिली थी। नतीजों के अनुसार इस बार भाजपा 70 से ...
क्रिकेट के ‘दूसरे भगवान’ बनेंगे कोहली?
भारतीय क्रिकेट जगत में ‘भगवान’ माने जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर जब अपने कैरियर में पूरे फॉर्म में थे, तब अक्सर सवाल उठता था कि सचिन जिस प्रकार नए-नए कीर्तिमान बनाते हुए पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त कर रहे हैं, उनके बाद क्या भारतीय क्रिकेट में को...