छोटी सोच के बड़े मसीहा
कोस कोस पर पानी बदले, चार कोस पर वाणी’। इस पंक्ति का प्रयोग हम अक्सर भारत की विभिन्नताओं को दर्शाने के लिए करते हैं और पूरी दुनिया को ये दिखाने का प्रयास करते हैं कि कैसे हम जाति, धर्म, स्थान विशेष से अलग होने के बावजूद एक ही हैं, पर कहते हैं न कि ‘ह...
निराश करती संसदीय कार्यवाहियां
इसी माह देश में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्म दिवस के अवसर पर सुशासन दिवस मनाया जाएगा। चूंकि एक सांसद के रूप में अटल जी का आचरण अविस्मरणीय है लेकिन जिस तरह गत दिनों संसद के शीतकालीन सत्र में जो कुछ हुआ वह अटल जी को जरूर निराश करेगा। गत...
ताकत का अहंकार छोड़ मानवता के लिए एकजुट हों विश्व शक्तियां
दक्षिणी चीन सागर में सैन्य अभियान करके चीन ने एक बार फिर वियतनाम, भारत, अमेरिका सहित कई देशों को चुनौती दी है। समुन्द्र में पहली बार बमबारी करके चीन अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रहा है। इस बात में कोई दो राय नहीं कि यह घटना विश्व में युद्ध के बीज बोने के...
इससे लोकतंत्र का बागवां महकेगा
देश परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है, देश की तरक्की उसके शासक की नीति एवं नियत पर आधारित होती है। कोई भी बड़ा बदलाव प्रारंभ में तकलीफ देता ही है, लेकिन उसके दूरगामी परिणाम सुखद एवं स्वस्थ समाज निर्माण के प्रेरक बनते है। विमुद्रीकरण के ऐतिहासिक फैसले के ...
कहर ढाह रही धुंध
गत दिवस पंजाब के जिला फाजिल्का में घटित एक दर्दनाक हादसे में 12 अध्यापकों सहित 13 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे ने मृतकों के परिवारों, सरकार व आमजन को बुरी तरह झकझौर दिया। हादसे के बाद प्रत्येक व्यक्ति चर्चा करता नजर आता है कि हादसा कैसे और क्यों हुआ!...
नोटबंदी को पलीता लगाते बैंक
पुराने नोटों के बदले नए नोटों के रूप में जिस तरह से कालेधन को सफेद धन में बदलने का काम बैंक कर रहे हैं, उससे साफ है कि नरेंद्र मोदी की इस पहल को पलीता लगाने का काम देश के सरकारी और निजि बैंक कर रहे हैं। यही वजह है कि बैंकों में कतारें थमने का नाम नही...
विरोधियों को नसीहत
आखिर माननीय राष्ट्रपति को ही संसद में हंगामा करने वाले विरोधी दलों को नसीहत देनी पड़ी। आम दिनों में भी विपक्ष के लोग संसदीय मर्यादाओं का हनन करते रहते हैं, जो बार-बार संसद की कार्रवाई में व्यवधान का कारण बनती है और बहुत बार संसद को ठ΄प कर दिया जाता है...
एशिया के दिल में क्या है
गत दिनों अमृतसर में संपन्न हुए हार्ट आॅफ एशिया के छठे मंत्रिस्तरीय सम्मलेन का केंद्र बिंदु निश्चित तौर पर आतंकवाद से त्रस्त एशिया ही था लेकिन जिस तरह रूस ने अफगानिस्तान के काउंटर टेररिज्म फ्रेमवर्क की राह में अड़ंगा लगाया और पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय ...
कैशलेस अर्थव्यवस्था
यदि राजनीतिक ब्यानबाजी को किनारे कर दिया जाए, तब इस बात में कोई शक नहीं है कि साधारण व्यक्ति से लेकर पेशेवर व्यक्ति एवं कर्मचारियों तक हर कोई व्यक्ति कैशलेस अर्थव्यवस्था का समर्थन करने लगा है। विपक्ष द्वारा की जा रही ब्यानबाजी तो एक आदत हो गई है, जिस...
सहजता से स्वीकारें हर बदलाव को
जड़ता, जीवन्तता को खा जाती है और जो इसके सम्पर्क में आता है, जो अंगीकार करता है उसका खात्मा कर दिया करती है। इसलिए जीवन का हर क्षण और प्रत्येक व्यवहार जीवन्त होना चाहिए, तभी यह शाश्वत आनंद और चरम सुख प्रदान कर सकता है। परिवर्तन को सहज भाव से सहर्ष स्व...