अंधविरोध की राजनीति बेजा है लोकतांत्रिक व्यवस्था में
लोकशाही व्यवस्था को ठेंगा दिखाने का प्रचलन हमारे राजनीतिक हैसियत-दारों का एक बड़ा हथियार बनता जा रहा है। इसको लोकतांत्रिक व्यवस्था में सही और मर्यादित करार नहीं दिया जा सकता है, लेकिन फिर भी कभी-कभी अंधविरोध की ज्वाला इतनी तीव्र और महत्वाकांक्षाओं का ...
धार्मिक आस्था पर प्रहार कब तक?
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने पंद्रह साल बाद एक बार फिर कायराना हरकत की है। हिन्दू आस्था और सौहार्द पर आतंकवाद का कहर टूटा है। सावन के पहले सोमवार की रात लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाया। हमले में सात श्रद्धालु यात्री मारे...
सद्भावना पूर्वक हो हल
विगत दिनों इनेलो की ओर से सतलुज-यमुना लिंक नहर के निर्माण की मांग करते हुए हरियाणा व पंजाब की सीमाओं पर यातायात रोकने का आह्वान किया गया, लेकिन पंजाब, हरियाणा राज्यों की सरकारों ने इनेलो के इस बंद को विफल कर दिया।
हरियाणा सरकार ने इनेलो के प्रभाव को...
साधारण जीवन जीकर बनें पर्यावरण-प्रहरी
न केवल भारत में, अपितु सम्पूर्ण धरा पर आज के भौतिकतावाद के युग में प्रदूषण एक गंभीर समस्या बनकर उभर रही है। प्रदूषण में वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण और भू-प्रदूषण आदि अनेक प्रकार के प्रदूषण संलिप्त हैं। इन सभी प्रकार के प्रदूषण को फैलाने म...
आतंकियों से निपटने को उठाएं कड़े कदम
जब कभी कहीं आतंकी हमले होते हैं तो मानवता की चीख-पुकार पूरी दुनिया सुनती है। पर, अफसोस कि एकाध दिन में हालात सामान्य हो जाते हैं और सरकार आतंकियों पर की जाने वाली कार्रवाईयों को भूल जाती है। परिणाम यह होता है कि मौका पाकर खूनी खेल खेलने वाले ये दुर्द...
मोसूल पर जीत सच्चाई की जीत
आखिर तीन वर्ष के बाद अमेरिका व अन्य शक्तिशाली देशों के सहयोग से ईराक सेना ने आईएसआईएस के कब्जे से मोसूल को जीत लिया है। तीन वर्ष तक मोसूल ने अपने बदन पर बहुत कहर झेला है। हजारों लोगों की जानें गई।
तबाही के बाद भी मोसूल की आजादी पर वहां के लोगों के च...
भारत में बढ़ती जनसंख्या के दुष्परिणाम
इस बढ़ती जनसंख्या पर निबंध (Badhti Jansankhya Par Nibandh) में, हम चर्चा करने जा रहे हैं कि यह आर्थिक विकास और विशेष रूप से माँ के प्रमुख मुद्दों को कैसे प्रभावित करता है।
जनसंख्या तथा आर्थिक विकास में परस्पर घनिष्ठ संबंध है। किसी देश का आर्थिक विका...
विनाश को संकेत देते महासागर
प्रकृति के साथ खिलवाड़ के चलते वह दिन दूर नहीं जब महासागर विनाश का कारण बनने लगेंगे। ऐसे में महासागरों को बचाने के लिए दुनिया के 193 देशों द्वारा एक साथ आने का संकल्प निश्चित रुप से सुखद समाचार है।
महासागर जिसकी पहचान ही धीर-गंभीर मानी जाती रही है, भ...
कर्मचारियों के बढ़े भत्ते, किसान-मजदूरों के लिए क्या?
48 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को भारत सरकार ने जुलाई महीने से तनख्वाह में महंगाई भत्ता, आवास भत्ता आदि बढ़ाकर, तनख्वाह देने का वित्त मंत्रालय को आदेश कर दिया है।
इस भत्ते पर खर्च के रूप में 30,748 करोड़ रूपये का अतिरिक्त बोझ सरकार पर पडेÞगा और सरकार इसे...
ममता सरकार का अलोकतांत्रिक आचरण
जयह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जिन्हें अपनी ऊर्जा राज्य की जनता के कल्याण व विकास कार्यों पर खर्च करनी चाहिए, वह अनावश्यक वितंडा खड़ा कर देश को गुमराह और राज्य को पीछे धकेलने की कोशिश कर रही हैं।
जिस तरह उन्होंने रा...