रेलवे में गंदगी का आलम
रेलवे का खाना नहीं रहा मनुष्य के खाने लायक
एक तरह जहां राज्य सरकारें ‘सांझी रसोई’ में10 रूपए में सस्ता खाना मुहैया करवा रही हैं वहीं दूसरी तरफ रेलवे विभाग खराब खाने के मामले में चर्चित हो गया है। कैग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि रेलवे का खाना मनुष...
यादगार राष्ट्रपति हैं प्रणब मुखर्जी
आगामी 25 जुलाई को देश के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पद की शपथ लेंगे। इससे पहले 24 जुलाई को देश के वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का राष्ट्रपति भवन में अंतिम दिन होगा। लेकिन, बतौर राष्ट्रपति उनका कार्यकाल याद किए जाने लायक है। उनकी सक्रियत...
फारुख आसमान की तरफ मुंह कर न थूकें
नेताओं के लिए शायद सत्ता ही सब कुछ है, राष्ट्र एवं राष्ट्रवासी उनके लिए महज सत्ता पाने व भोगने के साधन मात्र हैं। तभी तो फारूख अब्बदुला जैसे नेता कभी पत्थरबाज युवाओं को आजादी के लड़ाके बोलते हैं कभी कश्मीर के हल में तीसरे पक्ष की बात करते हैं। जम्मू क...
पाक को ‘आतंक पोषित’ संज्ञा मिलना, भारत की बड़ी जीत
भारत लंबे समय से पाक परस्त आतंकवाद से पीड़ित रहा है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर वैश्विक मंच से आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को घेरते रहे हैं। भारत संयुक्त राष्ट्र समेत अन्य वैश्विक मंचों पर इस बात पर विशेष जोर देता रहा है कि पाक जैस...
कोविंद जी! अब देश आश्वस्त होना चाहता है
रामनाथ कोविन्द देश के 14वें नए राष्ट्रपति चुन लिए गए हैं। वह एक दलित के बेटे हैं, जो सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने की दूसरी घटना है, जिससे भारत के लोकतंत्र को नयी ताकत मिलेगी। दुनिया के साथ-साथ भारत भी तेजी से बदल रहा है।
सर्वव्यापी उथल-पुथल में ...
पाक अधिकृत कश्मीरियों के लिए सुविधाएं बढ़ाए सरकार
भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाक अधिकृत कश्मीर के नागरिकों के वीजा के लिए पाक से सहमति पत्र की अनिवार्यता को हटाकर देश से कटे उन भारतीयों को बहुत बड़ी राहत दी है, जोकि पाक कब्जे में होने के चलते पहले ही परेशानियों में हैं।
भारत तेजी से स्वास्...
विलंबित न्याय: अन्याय समान
किसी भी आजाद देश जो विकास पथ पर अग्रसर है, उसके लिए यह बहुत ही जरूरी हो जाता है कि आम आदमी को सुलभ और त्वरित न्याय दिलाने के लिए राज्य न सिर्फ इसका समुचित प्रबंध करे बल्कि इसके लिए दीर्घकारी योजनाएं भी बनाए।
अफसोस कि आज भी एक आम आदमी को अमूमन तौर पर...
कश्मीर बनने की राह पर कर्नाटक
Karnataka की कांगे्रस सरकार ने राज्य के लिए अलग झंडे की मांग करके एक नई राजनीतिक चाल चली है। वास्तव में यह पूरा कदम अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की नीति पर उठाया हुआ दिखाई दे रहा है। कांगे्रस को यह बात अच्छी तरह से समझना चाहिए कि राज्य हित से देश...
विधायकों को गफ्फे, किसानों को धक्के
दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों की आवाज को अनसुना करते हुए तमिलनाडु सरकार ने अपने विधायकों के वेतन में दोगुना विस्तार किया है। नि:संदेह तमिलनाडु का कृषि संकट भी देश के अन्य हिस्सों की तरह समस्याओं से जूझ रहा है।
इसी सरकार ने किसानों का एक लाख रुपए क...
पत्रकारिता का गिरता स्वरूप
विश्व के सबसे बडे लोकतांत्रिक देश हिन्दुस्तान के चार स्तंभों में से एक मीडिया को माना गया है। जनता और सरकार के बीच की कड़ी के रूप में कार्य करने वाली मीडिया अब अपने पथ से विमुख होती जा रही है। आम जनता के लिए बेहद ही भरोसे का यह स्तंभ आज चापलूसी एवं अर...