राज्याभिषेक से उठते सवाल!
अंग्रेज वर्षों से भारत को येन-केन प्रकारेण उपहास का पात्र बनाते रहते हैं। वे अक्सर हिंदू धार्मिक प्रथाओं-परम्पराओं, सामाजिक रीति-रिवाजों और अनुष्ठानों को लक्षित करते हुए टीका-टिप्पणी करते रहते हैं। वे उदारवाद, धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र के प्रति भारत...
एक देश, एक चुनाव : माना जा रहा बड़ा फैसला
One Nation One Election: केंद्र सरकार ने 18 सितंबर से संसद में विशेष सत्र बुलाया है। इस घटना की गंभीरता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि सभी दलों में आंतरिक विचार-विमर्श जारी है। चर्चा के मुताबिक ही सरकार ने एक देश-एक चुनाव पर चर्चा के लिए सं...
G20 Summit: जी-20 की मेजबानी और भारत की बढ़ती अहमियत
G20 Summit: नई दिल्ली में 9 से 10 सितम्बर को जी-20 सम्मेलन हो रहा है। इस अंतर्राष्ट्रीय संस्था के सम्मेलन की मेजबानी करना भारत की अंतर्राष्ट्रीय मंच पर बढ़ रही लोकप्रियता का संकेत है। बेशक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रुस के राष्ट्रपति वलादीमीर पुत...
यूक्रेन संकट से भारत को लेनी चाहिए सीख
रूस ने नवंबर से यूक्रेन की सीमा पर सैनिकों का जमाव शुरू किया था। रूसी राष्ट्रपति पुतिन का कहना है कि इस जमाव की मुख्य वजह अमेरिकानीत सामरिक संगठन नाटो का रूस की सीमाओं तक आना है। वे इस बात से नाराज हैं कि अमेरिका और यूरोपीय देश अपने उस वादे से मुकर ग...
Coaching Institute: बच्चों की मनोदशा को समझें कोचिंग संस्थान
Coaching Institute: इंजीनियर और डॉक्टर बनने की चाह लिए लाखों की तादाद में बच्चे राजस्थान के कोटा में अपना अस्थाई आशियाना बनाते हैं। नीट और आईआईटी जेईई में जगह बनाने के लिए जी जान लगा देते हैं। खाने, सोने और रहने जैसे तमाम चुनौतियों के बीच पढ़ने को प्र...
देश के अनुरूप तय हों वस्तुओं की कीमतें
वर्तमान में पूरे विश्व में सामान्यत: वस्तुओं की कीमतों (Commodity Prices) का निर्धारण पश्चिमी आर्थिक दर्शन पर आधारित वस्तुओं की मांग एवं आपूर्ति के सिद्धांत के अनुरूप होता है। यदि किसी वस्तु की बाजार में मांग अधिक है और आपूर्ति कम है तो उस वस्तु की उ...
वित्तीय समावेशन की ओर बढ़ते भारत के कदम
भारत में हाल ही में वित्तीय समावेशन (Financial inclusion) वातावरण में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले हैं। वित्तीय समावेशन लोगों को गरीबी से उठाने के लिए एक प्रवेश द्वार की तरह है, जहां पर वित्तीय सेवाओं के पूर्ण उपयोग से लोगों को प्रगति के पथ पर आगे ...
Network Problem in Rural Area : नेटवर्क समस्या आज की सबसे बड़ी समस्या, जूझ रहे ग्रामीण भी!
Network Problem : भारत भले ही आज 5जी नेटवर्क की तरफ तेजी से कदम बढ़ा रहा हो, लेकिन देश के कई ऐसे ग्रामीण क्षेत्र हैं जहां लोगों को मामूली मू नेटवर्क तक उपलब्ध नहीं हो पाता है। उन्हें इंटरनेट स्पीड मिलना तो दूर दू की बात है, अपनों से फोन पर भी बात करने...
आरवीएम के परीक्षण से पूर्व ही क्या उचित है हंगामा
राजनीतिक दल किस तरह ईवीएम पर निशाना साधने और अपनी विफलताओं का ठीकरा उस पर फोड़ने के लिए उतावले रहते हैं, इसका ताजा उदाहरण है बसपा प्रमुख मायावती की यह मांग की हर चुनाव इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के स्थान पर मत पत्र से कराए जाएं। उन्होंने यह मांग एक ऐसे ...
Communalism: रोम-रोम में राम और खुदा है, फिर क्यूँ ये समाज जल रहा है !
Communalism: भारत एक विविधता पूर्ण देश है, यहाँ प्रत्येक कोस पर भाषा और रीति रिवाज बदल जाते हैं। रीति रिवाज संपन्न इस देश की खूबसूरती है कि विभिन्न जाति, धर्म के संस्कार और चलन यहाँ एक सुन्दर गुलदस्ते का रूप लगते हैं। भारत (India) की भौतिक संपन्नता क...