‘शहीद उधम सिंह’ एक क्रांतिकारी योद्धा
शहीद उधम सिंह का साहस, देशभक्ति की भावना, शहादत व मानवता हर किसी को प्रेरणा देती है। 13 अप्रैल, 1919 को अमृतसर में जलियांवाला बाग के नृशंस हत्याकांड की टीस उन्होंने वर्षों तक सही। इस घटना के 21 साल बाद साम्राज्यवादी देश ब्रिटेन की राजधानी लंदन में रॉ...
नवाज वास्तव में नहीं हैं शरीफ
अस्थिरता के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका लगा है। शुक्रवार को दोपहर के समय सुप्रीम कोर्ट ने पनामा केस में एतिहासिक फैसला सुनाते हुए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दोषी ठहरा दिया। फैसले की खबर जैसे ही बाहर आई पूरे पाकिस्तान में भूचाल आ गया। इ...
गिर रही पुलिस की सेहत
पंजाब देश का वह प्रदेश है जहां नशा तस्करी करने वाले एंव नशेड़ी सबसे ज्यादा चर्चा में रहते हैं। हालांकि अब सरकार बदली है एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने इस कलंक को मिटाने के लिए काफी जद्दोजहद छेड़ रखी है। लेकिन सरकार के प्रयासों पर पंज...
वंदेमातरम् पर ओछी सियासत
मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा राष्ट्रीय गीत वंदेमातरम् को तमिलनाडु के स्कूलों में सप्ताह में कम से कम दो बार गायन को अनिवार्य किए जाने के फैसले के बाद जिस तरह राजनीतिक दल इस पर ओछी सियासत कर मजहबी रंग दे रहे हैं, वह राष्ट्रीय गीत वंदेमातरम् की गरिमा ...
तय था शरीफ का जाना!
पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट द्वारा पनामा पेपर लीक मामले में दोषी ठहराये जाने के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला शरीफ के लिए अप्रत्याशित नहीं था। पाकिस्तान के भीतर और बाहर हर जगह ऐसे ही फैस...
नवाज शरीफ का हश्र
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भ्रष्टाचार के मामले में सजा होने के कारण इस्तीफा देना पड़ गया है। भले ही नवाज शरीफ ने पनामा मामले में गद्दी छोड़ी है परतुं वहां परिस्थितियां ही ऐसी हो चुकी हैं कि शरीफ के लिए अपना कार्यकाल पूरा करना ही असंभव नजर आ...
स्वास्थ्य सुविधाओं की तरफ झांकना होगा
देश के आधे से अधिक हिस्से जल के जलजले से पीड़ित हैं। ऐसे में स्वास्थ्य सुविधाओं की मियाद बढ़ जाती है। इसके साथ किसी भी राष्ट्र की समुचित उन्नति के लिए यह नितांत आवश्यक है कि उस राष्ट्र के नागरिकों को समुचित सुविधाएं मुहैया करवायी जाएं।
हमारे देश की वि...
नीतीश कुमार की घर-वापसी के निहितार्थ
बिहार में जदयू के नेतृत्व वाले गठबंधन के बिखराव की पटकथा नीतीश कुमार के शपथग्रहण करने के साथ ही लिखी जानी प्रारम्भ हो गयी थी, क्योंकि नीतीश कुमार और लालू यादव राजनीति के दो ध्रुवों की भांति थे जिनको केवल राजनीतिक परिस्थितियों ने एक दूसरे का दामन थामन...
योग्य नेताओं को मिले अधिमान
किसी जमाने में चाणक्य ने कहा था कि राजनीति में अच्छे आदमियों को सदैव सक्रिय रहना चाहिए, अन्यथा राजव्यवस्था पर बुरे लोगों का अधिपत्य हो जाता है। बिहार की वर्तमान परिस्थितियों ने चाणक्य की उक्ति को परिभाषित कर दिया है। राजनीतिक तौर पर भले ही मीडिया का ...
सोशल मीडिया का अनैतिक प्रयोग कब तक?
वाक् एवं अभिव्यक्ति की मौलिक आजादी लोकतंत्र का एक अहम् पहलू है। इस अधिकार के उपयोग हेतु सोशल मीडिया ने जो अवसर नागरिकों को दिए, एक दशक पूर्व उसकी कल्पना किसी ने भी नहीं की होगी। इसके माध्यम से अन्ना आंदोलन का प्रचार, निर्भया कांड के बाद यौन हिंसा के ...