संसार के मार्गदर्शक हैं श्रीकृष्ण
श्रीकृष्ण जी नित्यों के नित्य और जगत के सूत्रधार हैं। शास्त्रों में उन्हें साक्षात् ईश्वर कहा गया है। कुरुक्षेत्र में उन्होंने मोहग्रस्त अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया। कर्म का वह महामंत्र प्रदान किया, जो मानव जाति के लिए पथ-प्रदर्शक है। गीता में नश्वर...
स्वतंत्रता को दें नया आयाम
पन्द्रह अगस्त हमारे राष्ट्र का गौरवशाली दिन है, इसी दिन स्वतंत्रता के बुनियादी पत्थर पर नव-निर्माण का सुनहला भविष्य लिखा गया था। इस लिखावट का निहितार्थ था कि हमारा भारत एक ऐसा राष्ट्र होगा, जहां न शोषक होगा, न कोई शोषित, न मालिक होगा, न कोई मजदूर, न ...
आत्मसम्मान की लड़ाई में फंसा जनता दल (यू)
भाजपा से गठबंधन कर बिहार में सरकार बनाने वाला जनता दल (यू) आंतरिक रूप से दोफाड़ होता नजर आ रहा है। उधेड़बुन में उलझे पार्टी प्रधान शरद यादव ने पहले महागठबंधन टूटने के विरूद्ध नरम सुर में चुप्पी तोड़ते हुए इस घटना को दुखदायी बताया और बाद में उन्होंने प्र...
शिशुओं की मौतें- हादसा या मर्डर
गोरखपुर बाल संहार की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। लोग पीड़ित परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। घटना ने कई परिवारों के आंगनों की किलकारी हमेशा-हमेशा के लिए बंद कर दी है। घरों में मातम छाया हुआ है। 48 घंटे के भीतर प्रत्येक घंटे म...
भारत का स्वतंत्रता दिवस, हमारी जीवन रेखा
भारत एक विशाल सभ्यता-संस्कृति वाला देश है। पहले से ही भारत की सीमा उत्तर में हिमालय पर्वत, हिंदु कुश पर्वत, दक्षिण में कन्या कुमारी, पूर्व में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर तक थी। इसके अंतर्गत वर्तमान अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बंग्लादेश भौगोलिक क्...
स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जिम्मेवार रवैया अपनाए सरकार
उत्तर प्रदेश में गोरखपुर मेडिकल कालेज में आक्सीजन की सप्लाई बंद होने से 50 से अधिक बच्चों की मौत का मामला दिल को झकझोर देने वाला है। चाहे सरकार आॅक्सीजन की सप्लाई न होने को नकार रही है लेकिन घटना को सिरे से नकार देना मामले पर मिट्टी डालने जैसा है। यह...
विवेकहीनता के कारण नशे में डूब रहा है युवा
युवा अवस्था सपनों को उड़ान देने की होती है। युवा मंजिल तलाश को लेकर कितनी सुनहरी यादें संजोता है, लेकिन इसे विडम्बना कहिये या विवेकहीनता आज का युवा किसी न किसी नशे में अपने आपको घेर कर अपनी युवा अवस्था के हसीन सपनो को घरौंदे की तरह दिन-प्रतिदिन तोड़ता ...
सरहद की हिफाजत में जिंदगी बनी व्हीलचेयर
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का बाकि यह निशां होगा।’ यह पंक्तियां सिर्फ दिखावे की हैं। जांबाज जवानों के सम्मान में लिखे गए इस शेयर के मायने वक्त के साथ बदल गए हैं। 15 अगस्त यानी स्वाधीनता दिवस पर आसमान से लेकर जमींन तक दे...
सद्भावना से हो राम मंदिर के मुद्दे का समाधान
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण करने के मामले में सभी राजनीतिक दलों को तीन माह में मामला सुलझाने के लिए कह दिया है। परिस्थितियों के अनुसार अदालत का फैसला न केवल ठीक है बल्कि यह देश की सद्भावनापूर्ण संस्कृति पर केंद्रित है।
1992 में...
आजादी के अपने-अपने मायने
15 अगस्त, 1947 को लाखों देशवासियों ने कुर्बानियां देकर ब्रिटिश शासन से आजादी प्राप्त की थी। हमारे देश में आजादी के अर्थ समय के साथ बदलते रहे हैं। सबने अपने-अपने ढंग से आजादी का मतलब निकाला है। गरीब आदमी के लिए आजादी का अर्थ गरीबी से आजादी है। अशिक्षि...