आतंकवाद का नया व खतरनाक रूप
स्पेन की राजधानी बार्सीलोना में एक वैन ड्राईवर ने 13 व्यक्तियों को कुचल कर मार दिया। स्पेन के प्रधानमंत्री ने इसे आतंकवादी हमला करार दिया। इसके अलावा मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि यह कोई अचानक या गलतीवश घटित दुर्घटना नहीं। यदि विगत वर्षों में घटित ...
जरूरी है मानसिक और शारीरिक संतुलन
संतुलन दुनिया के तमाम तत्वों, व्यक्तियों, स्थलों और परिस्थितियों के लिए नितान्त जरूरी है तभी सभी अपने अस्तित्व और गुणवत्ता को बरकरार रख सकते हैं। इसी प्रकार इंसान के मन-मस्तिष्क और शरीर में संतुलन जरूरी है। पुरुषार्थ चतुष्टय के चार पायों धर्म, अर्थ, ...
भारत के हित संकट में
उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच युद्ध का प्रलाप पिछले कुछ दिनों से कुछ शांत हुआ है। तथापि दोनों पक्षों के बीच युद्ध होने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता है, जब तब शीघ्रातिशीघ्र कुछ कूटनयिक कदम न उठाए जाएं। जैसा कि सबको मालूम है कि उत्तर कोरिया ने अमे...
हिजबुल पर शिकंजा
अमेरिका ने एक और कार्रवाई करते हुए आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन पर पाबंदी लगा दी है। यह कदम पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका है। पाकिस्तान द्वारा घोषित हिजबुल मुजाहिद्दीन कश्मीर की कथित आजादी में आतंकवाद का समर्थन कर रहा था। इससे पूर्व संयुक्त राष्ट्र ...
गटर साफ करते मजदूरों की मौतों से उठते सवाल
देश की राजधानी दिल्ली में छह-सात दिन के भीतर अलग-अलग स्थानों पर गटर साफ करते हुए पांच मजदूरों की मौत सफाई व्यवस्था पर कर्इं तरह के सवाल खड़े कर रही है। पहली बात तो यही कि इतने तकनीकी विकास के बावजूद आज भी गटर अंदर जाकर क्यों साफ करने पड़ रहे हैं?
दूसर...
मोदी का नया भारत बनाने का विश्वास
कहते हैं कि संकल्प में बहुत बड़ी ताकत होती है, संकल्प के साथ किए जाने वाले कार्य हमेशा सुफल परिणाम देने का संचार करते हैं। स्वतंत्रता के बाद लम्बे समय तक भारत में जिस संकल्प के साथ काम होना चाहिए था, उसमें कमी का अहसास देखा गया। इसी कारण से हमारा देश ...
भारत में अल्पसंख्यको को बहुसंख्यकों से भला कैसी असुरक्षा
नेताओं के पास यदि कुर्सी है, तब तक सब कुछ ठीक है। कुर्सी छिन जाए, तब वह अपना घटियापन दिखाने में देर नहीं लगाते। हाल ही में हामिद अंसारी उपराष्ट्रपति के पद से रूखस्त हुए हैं और जाते-जाते जिक्र कर रहे थे कि देश के मुस्लमान अपने आप को असुरक्षित महसूस कर...
आत्महत्या के बढ़ते आंकड़ों को अनसुना कब तक करें?
आत्महत्या का नाम सुनते ही आंखों के सामने मौत का एक भयावह मंजर खड़ा हो जाता है। एक डरावना शब्द, जो कल तक शब्दकोष में कहीं गुम था, वो आज देश में, समाज में और घर में इस कदर स्थापित हो गया है कि हर कोई इससे डरा सहमा है। कहने को इसके अर्थ मनचाही मौत से जुड़...
कोविन्द के वक्तव्य में नये भारत का संकल्प
देश के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन नये भारत को निर्मित करने के संकल्प को बल देता है। अपने इस सशक्त एवं जीवंत भाषण में उन्होंने उन मूल्यों एवं आदर्शों की चर्चा की, जिन पर नये भारत के...
ईमानदारी, सद्भावना व एकता की आवश्यकता
हम आज 71वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। प्रत्येक क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियों के बावजूद यदि हम फिर भी पिछड़े हुए हैं, तो इसकी मुख्य वजह नागरिकों में आपसी ईमानदारी, सद्भावना व एकता की कमी है।
भारत के पास विकास के लिए आवश्यक सभी संसाधन उपलब्ध हैं। भारती...