भारत का स्वतंत्रता दिवस, हमारी जीवन रेखा
भारत एक विशाल सभ्यता-संस्कृति वाला देश है। पहले से ही भारत की सीमा उत्तर में हिमालय पर्वत, हिंदु कुश पर्वत, दक्षिण में कन्या कुमारी, पूर्व में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर तक थी। इसके अंतर्गत वर्तमान अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बंग्लादेश भौगोलिक क्...
स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जिम्मेवार रवैया अपनाए सरकार
उत्तर प्रदेश में गोरखपुर मेडिकल कालेज में आक्सीजन की सप्लाई बंद होने से 50 से अधिक बच्चों की मौत का मामला दिल को झकझोर देने वाला है। चाहे सरकार आॅक्सीजन की सप्लाई न होने को नकार रही है लेकिन घटना को सिरे से नकार देना मामले पर मिट्टी डालने जैसा है। यह...
विवेकहीनता के कारण नशे में डूब रहा है युवा
युवा अवस्था सपनों को उड़ान देने की होती है। युवा मंजिल तलाश को लेकर कितनी सुनहरी यादें संजोता है, लेकिन इसे विडम्बना कहिये या विवेकहीनता आज का युवा किसी न किसी नशे में अपने आपको घेर कर अपनी युवा अवस्था के हसीन सपनो को घरौंदे की तरह दिन-प्रतिदिन तोड़ता ...
सरहद की हिफाजत में जिंदगी बनी व्हीलचेयर
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का बाकि यह निशां होगा।’ यह पंक्तियां सिर्फ दिखावे की हैं। जांबाज जवानों के सम्मान में लिखे गए इस शेयर के मायने वक्त के साथ बदल गए हैं। 15 अगस्त यानी स्वाधीनता दिवस पर आसमान से लेकर जमींन तक दे...
सद्भावना से हो राम मंदिर के मुद्दे का समाधान
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण करने के मामले में सभी राजनीतिक दलों को तीन माह में मामला सुलझाने के लिए कह दिया है। परिस्थितियों के अनुसार अदालत का फैसला न केवल ठीक है बल्कि यह देश की सद्भावनापूर्ण संस्कृति पर केंद्रित है।
1992 में...
आजादी के अपने-अपने मायने
15 अगस्त, 1947 को लाखों देशवासियों ने कुर्बानियां देकर ब्रिटिश शासन से आजादी प्राप्त की थी। हमारे देश में आजादी के अर्थ समय के साथ बदलते रहे हैं। सबने अपने-अपने ढंग से आजादी का मतलब निकाला है। गरीब आदमी के लिए आजादी का अर्थ गरीबी से आजादी है। अशिक्षि...
परमाणु युद्ध के मुहाने पर कोरियाई प्रायद्वीप
मिसाइल परीक्षणों, परमाणु कार्यक्रमों, आर्थिक प्रतिबंधों एवं धमकियों से परिपूर्ण उत्तर कोरिया का संकट दिनों-दिन गहराता ही जा रहा है। कोरियाई संकट ऐसी गुत्थी बनता जा रहा है, जिसे जितना सुलझाने का प्रयत्न किया जा रहा है, मामला उतना ही उलझता जा रहा है। अ...
आजादी, पर कैसी
आज भारत की आजादी को 70 वर्ष हो रहे हैं। यह आजादी हमें वर्षों के संघर्ष और बलिदान देने की बाद ही मिली है। उस दिन को भी हम नहीं भुला सकते जब 9 अगस्त 1942 को ’अंग्रेजो भारत छोड़ो‘ का नारा दिया गया और अंग्रेजों के पैर उखाड़ने हेतु हमारे आजादी के दीवानों ने...
देशों के बीच बढ़ता बाड़ाबंदी का चलन
संचार क्रान्ति और सहज आवागमन के चलते ज्यों-ज्यों दुनिया के देश एक-दूसरे के नजदीक आने लगे हैं, त्यों-त्यों दुनिया के देशों के बीच नफरत की दीवारें भी अधिक खड़ी होने लगी है। 1989 में बर्लिन की दीवार टूटने को सारी दुनिया के देशों ने शुभ संकेत के रुप में द...
अमित शाह के सफल तीन साल
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष के रूप में अमित शाह का तीन साल का कार्यकाल अभूतपूर्व सफलता से भरा रहा है। पार्टी के चाणक्य कहे जाने वाले इस शख्स ने जब से बागडोर संभाली तो भगवा दल ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व और अ...