गटर साफ करते मजदूरों की मौतों से उठते सवाल
देश की राजधानी दिल्ली में छह-सात दिन के भीतर अलग-अलग स्थानों पर गटर साफ करते हुए पांच मजदूरों की मौत सफाई व्यवस्था पर कर्इं तरह के सवाल खड़े कर रही है। पहली बात तो यही कि इतने तकनीकी विकास के बावजूद आज भी गटर अंदर जाकर क्यों साफ करने पड़ रहे हैं?
दूसर...
मोदी का नया भारत बनाने का विश्वास
कहते हैं कि संकल्प में बहुत बड़ी ताकत होती है, संकल्प के साथ किए जाने वाले कार्य हमेशा सुफल परिणाम देने का संचार करते हैं। स्वतंत्रता के बाद लम्बे समय तक भारत में जिस संकल्प के साथ काम होना चाहिए था, उसमें कमी का अहसास देखा गया। इसी कारण से हमारा देश ...
भारत में अल्पसंख्यको को बहुसंख्यकों से भला कैसी असुरक्षा
नेताओं के पास यदि कुर्सी है, तब तक सब कुछ ठीक है। कुर्सी छिन जाए, तब वह अपना घटियापन दिखाने में देर नहीं लगाते। हाल ही में हामिद अंसारी उपराष्ट्रपति के पद से रूखस्त हुए हैं और जाते-जाते जिक्र कर रहे थे कि देश के मुस्लमान अपने आप को असुरक्षित महसूस कर...
आत्महत्या के बढ़ते आंकड़ों को अनसुना कब तक करें?
आत्महत्या का नाम सुनते ही आंखों के सामने मौत का एक भयावह मंजर खड़ा हो जाता है। एक डरावना शब्द, जो कल तक शब्दकोष में कहीं गुम था, वो आज देश में, समाज में और घर में इस कदर स्थापित हो गया है कि हर कोई इससे डरा सहमा है। कहने को इसके अर्थ मनचाही मौत से जुड़...
कोविन्द के वक्तव्य में नये भारत का संकल्प
देश के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन नये भारत को निर्मित करने के संकल्प को बल देता है। अपने इस सशक्त एवं जीवंत भाषण में उन्होंने उन मूल्यों एवं आदर्शों की चर्चा की, जिन पर नये भारत के...
ईमानदारी, सद्भावना व एकता की आवश्यकता
हम आज 71वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। प्रत्येक क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियों के बावजूद यदि हम फिर भी पिछड़े हुए हैं, तो इसकी मुख्य वजह नागरिकों में आपसी ईमानदारी, सद्भावना व एकता की कमी है।
भारत के पास विकास के लिए आवश्यक सभी संसाधन उपलब्ध हैं। भारती...
संसार के मार्गदर्शक हैं श्रीकृष्ण
श्रीकृष्ण जी नित्यों के नित्य और जगत के सूत्रधार हैं। शास्त्रों में उन्हें साक्षात् ईश्वर कहा गया है। कुरुक्षेत्र में उन्होंने मोहग्रस्त अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया। कर्म का वह महामंत्र प्रदान किया, जो मानव जाति के लिए पथ-प्रदर्शक है। गीता में नश्वर...
स्वतंत्रता को दें नया आयाम
पन्द्रह अगस्त हमारे राष्ट्र का गौरवशाली दिन है, इसी दिन स्वतंत्रता के बुनियादी पत्थर पर नव-निर्माण का सुनहला भविष्य लिखा गया था। इस लिखावट का निहितार्थ था कि हमारा भारत एक ऐसा राष्ट्र होगा, जहां न शोषक होगा, न कोई शोषित, न मालिक होगा, न कोई मजदूर, न ...
आत्मसम्मान की लड़ाई में फंसा जनता दल (यू)
भाजपा से गठबंधन कर बिहार में सरकार बनाने वाला जनता दल (यू) आंतरिक रूप से दोफाड़ होता नजर आ रहा है। उधेड़बुन में उलझे पार्टी प्रधान शरद यादव ने पहले महागठबंधन टूटने के विरूद्ध नरम सुर में चुप्पी तोड़ते हुए इस घटना को दुखदायी बताया और बाद में उन्होंने प्र...
शिशुओं की मौतें- हादसा या मर्डर
गोरखपुर बाल संहार की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। लोग पीड़ित परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। घटना ने कई परिवारों के आंगनों की किलकारी हमेशा-हमेशा के लिए बंद कर दी है। घरों में मातम छाया हुआ है। 48 घंटे के भीतर प्रत्येक घंटे म...